पुलिस महकमे में जल्द ही CO / उपाधीक्षकों व इंस्पेक्टरों / निरीक्षकों की संख्या बढ़ने जा रही है। आगामी एक से 2 माह में बड़ी संख्या में महकमे में बम्पर प्रोमोशन होने जा रहे हैं।
बात करें CO यानी पुलिस उपाधीक्षकों की तो रिक्ति के सापेक्ष जल्द ही 30 विभिन्न संवर्ग (नागिरक, अभिसूचना व PAC) के निरीक्षक CO बनने जा रहे हैं। विभागीय जानकारों की माने तो इन दिनों निरीक्षकों की महकमे स्तर पर अनंतिम वरिष्ठता सूची बनाई जा रही है। बस नोशनल सीनियोरिटी वाले निरीक्षकों के कारण कुछ पेंच जरूर फंसा हुआ है लेकिन महकमा नए शासनादेश के हिसाब से ही वरिष्ठता सूची तैयार कर रहा है।
वंही निरीक्षकों पर नजर डाले तो इस बार विभाग में नागरिक संवर्ग के इंस्पेक्टरों की फौज बढ़ने जा रही है। विभागीय जानकारों की माने तो करीब 85 से 90 दरोगा इंस्पेक्टर बनने जा रहे हैं। वो ऐसे कि इस वक्त महकमें में करीब 12 से 15 पद पर रिक्ति मौजूद है। वंही 15 से 18 पदों पर रिक्ति CO पद पर पदोन्नति होने के उपरांत हो जाएगी।
बाकी शासन आज कल निरीक्षकों (नागरिक संवर्ग) के करीब 58 पदों को स्वीकृत करने में लगा हुआ है। शासकीय सूत्रों की माने तो शासन दरोगाओं के कुल 58 पद को सरेंडर करवाकर, निरीक्षकों के 58 नए पद बढ़ाने जा रहा है। जिस संबंध में पुलिस मुख्यालय से प्रस्ताव शासन पंहुच चुका है व उक्त प्रस्ताव फिलहाल वित्त विभाग में परामर्श हेतु भेजा गया है। सब कुछ ठीक रहा तो जल्द 58 पद स्वीकृत हो जाएंगे। दरोगा रैंक के सरेंडर किये जा रहे 58 पद में से 50 प्रतिशत यानी 29 पद सीधी भर्ती के तो 29 पद पदोन्नति कोटे से कम किये जाएंगे।
CO व इंस्पेक्टरों की नई फौज आ जाने से पुराने चावल व नए उस्तादों की बीच चार्ज व वर्चस्व की जंग बढ़ जाएगी। जिस कारण से कईओं को अपनी कुर्सी अभी से ही खिसकती नजर आ रही है। अब देखना यह भी होगा कि 85 से 90 नए निरीक्षकों को महकमा कहाँ कहाँ तैनात करेगा जबकि धरातल पर इतने पद मौजूद नही है।
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