शिक्षा विभाग में इन दिनों बाबुओं व अधिकारियों का इतना बोलबाला हो चुका है कि जिससे त्रस्त होकर अब कुछ आत्महत्या करने के लिए मजबूर होने लगे हैं। कईओं की सेवानिवृत्ति के महीनों बाद भी पेंशन नहीं लगी है तो कईओं को पदोन्नति के महीनों बाद भी ग्रेड वृद्धि का लाभ नहीं मिल सका है।
ऐसे ही एक हैं शिक्षक शिव कुमार तोमर जो कि इसी माह रिटायर होने वाले हैं। पिछले तीन माह से वे अपने देयकों के समय पर भुगतान के लिए सर्विस बुक पूरी करवाने में लगे हैं। लेकिन अब तक उनकी सर्विस बुक पूरी होकर वापस नहीं मिली है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों और बाबुओं को चेतावनी दे दी कि अगर तत्काल उनकी सर्विस बुक पूरी होकर वापस ना मिली तो वे आत्महत्या कर लेंगे।
दरअसर ये शिक्षा विभाग में अकेले शिक्षक शिव कुमार की कहानी नहीं है। इसी तरह करीब अस्सी शिक्षक ऐसे हैं जो रिटायर हो चुके हैं या होने वाले हैं। लेकिन उनकी पेंशन और ग्रेच्युटी सहित तमाम देयक अब तक नहीं मिले हैं। कुछ तो ऐसे हैं जो एक साल से ज्यादा से अधिकारी और बाबुओं के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन उनकी कोई नहीं सुन रहा।
वंही डोईवाला ब्लॉक के कई शिक्षक भी पदोन्नति के सापेक्ष ग्रेड वृद्धि के इन्तेजार में महीनों से बैठे हैं। जानकारी के अनुसार जनपद देहरादून में सिर्फ डोईवाला ब्लॉक ही ऐसा है जहाँ अधिकारियों व बाबुओं के कारनामों के कारण शिक्षकों को प्रोमोशन का लाभ नहीं मिल पाया है।

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