कर्मचारी संघ की गुटबाजी में कूदे देहरादून कलेक्ट्रेट के अधिकारी, स्टाफिंग पैटर्न में बदलवाव करके अध्यक्ष पद के प्रत्याशी को किया कचहरी से बाहर !!

देहरादून कलेक्ट्रेट में इन दिनों कर्मचारियों एवं अधिकारियों की गुट बाजी इस चरम पर है कि कर्मचारियों का एक गुट, अधिकारियों से सांठ गांठ करके दूसरे गुट के कर्मचारियों का तबादला तक करवा दे रहा है।

वंही इस प्रकरण में इतनी तेजी से कार्यवाही हुई है कि एक PCS अधिकारी की भी संलिप्ता इस प्रकरण में नजर आ रही है। बंद जुबां में कर्मचारी, कलेक्ट्रेट के ही एक ADM को इस प्रकरण का मास्टरमाइंड बता रहे हैं।

प्रकरण रूटीन ट्रांसफर का होता तो बात समझ भी आती लेकिन पहले अधिकारियों ने मिनिस्ट्रियल स्टाफिंग पैटर्न में बदलाव किया, कचहरी के 4600 ग्रेड (प्रशासनिक अधिकारी) के कुछ पदों को विभिन्न तहसीलों में स्थापित कर उसी ही दिन कर्मचारियों को कचहरी से तहसील में स्थानांतरित कर दिया गया।

जिस कर्मचारी को कलेक्ट्रेट से तहसील में स्थानांतरित किया गया है वह मिनिस्ट्रीयल संवर्ग संघ का अध्यक्ष पद का प्रत्याशी बताया जा रहा है, जोकि कुछ रोज पूर्व ही 2 वोट से पराजित हुआ था। आज जारी हुए आदेश कई तरह के षड्यंत्र की ओर भी इशारा कर रहे हैं। वंही शासन स्तर पर भी इस प्रकरण की चर्चा दिन भर होती रही है। शासकीय सूत्र बताते हैं कि जल्द ही शासन इस प्रकरण पर हस्तक्षेप कर सकता है।

जानकारी के लिए बता दें कि कुछ दिन पूर्व ही उक्त गुट ने जिलाधिकारी को पत्र लिखते हुए भी कर्मचारी चुनाव में उसी ADM स्तर के अधिकारी की संलिप्ता व अपने प्रभाव से अन्य प्रत्याशियों को वोट डलवाने का भी आरोप लगाकर शिकायत भी की थी।

वंही दूसरे गुट यानी अध्यक्ष पद पर विजय गुट की बात करें तो उन्होंने बताया कि यह सभी कार्यवाई जिलाधिकारी के अनुमोदन के क्रम में नियमानुसार हुई है। इस करवाई को रूटीन ट्रांसफर प्रक्रिया के रूप में ही देखा जाना चाहिए।