दून में बढ़ता क्राइम का ग्राफ, आज हुआ एक और मर्डर, पिछले 20 दिन में करोड़ों की डैकती सहित हुए 3 मर्डर, वसंत विहार में डबल हत्या का राज भी तक अनसुलझा !!

पिछले एक माह में देहरादून में एकाएक हुई बड़ी घटनाओं ने जनपद में भय का माहौल सा बना दिया है, आमजन से लेकर राजनैतिक गलियारों तक में अब यही चर्चाएं हैं कि अचानक से एक माह में ऐसा क्या हुआ जो हर दूसरे दिन जनपद में अपराध की घटनाओं के मामले प्रकाश में आ रहे हैं।

बता दें कि यह सिलसिला तब शुरू हुआ जब 9 नवम्बर को राष्ट्रपति के दौरे के बीच रिलाएंस ज्वेलरी शो रूम में हथियार बंद बदमाश डाका डाल करोड़ों के जेवरात लेकर फुर्र हो जाते हैं। इन बदमाशों को ढूंढने व पकड़ने के लिए जनपद की अधिकतर फ़ोर्स झोंक दी जाती है यहां तक की जनपद के कप्तान खुद अन्य प्रदेशों में दबिश देने के लिए पंहुच जाते हैं। दून पुलिस सफलतापूर्वक कुछ अभियुक्त व साजिशकर्ताओं को पकड़ती जरूर हैं लेकिन अभी तक एक भी आभूषण या फिर एक भी रुपये की रिकवरी नही हो सकी है।

बात करें विकासनगर मर्डर व डालनवाला मर्डर की तो डालनवाला में मानसिक तौर पर पीड़ित युवक ने अपनी ही माँ का कत्ल कर दिया था जिसे मौके से ही गिरफ्तार कर लिया गया। विकासनगर में जमीन विवाद के कारण हुए गोलीकांड में एक व्यक्ति की मृत्यु व दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया था। गोलीकांड में शामिल 5 में से 4 अभियुक्तों को दून पुलिस ने जाल बिछाकर पकड़ लिया है। एक कि तलाश अभी भी जारी है।

वंही वसंत विहार में सड़क किनारे पड़ी मिली 2 लाशों का राज अभी तक दून पुलिस सुलझा नही पाई है। दून पुलिस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार इस घटना को गाड़ी से हुए एक्सीडेंट से जोड़कर जांच कर रही है, लेकिन फिलहाल उक्त घटनाक्रम में कम साक्ष्य होने से मामला पुलिस के लिए एक पहेली सी बन गया है।

आज भण्डारीबाग़ व लख्खीबाग़ क्षेत्र में गले से कटी लाश ने दून पुलिस के लिए और मुसीबत बढ़ा दी है। इतने घटनाक्रमों के बीच आज जब रेलवे ट्रैक पर लाश मिलने की सूचना मिली तो पुलिस अधिकारियों के पसीने छूटने लगे। खैर जांच पड़ताल के बाद लाश की शिनाख्त हुई तो है लेकिन क्यों व किसने इस शख्स को मारा अभी तक यह राज अनसुलझा है ।

कम समय में इतनी सारी घटनाओं ने दून पुलिस के पसीने छूटा रखें हैं। सवाल यह भी खड़ा होता है क्या जनपद में अचानक से खाकी का खौफ खत्म हुआ है या फिर पुलिस मीडिया स्टंट एक्टिविटी में इतना उलझ गयी कि जिस कारण असल पुलिसिंग पीछे छूट गयी ? वैसे कप्तान हर घटनाक्रम की मॉनिटरिंग खुद तो कर रहे हैं लेकिन दून का बढ़ता क्राइम ग्राफ सभी के लिए चिंताजनक विषय भी बनता जा रहा है। जिसपर जनपद पुलिस को अब नयी रणनीति के तहत काम करना होगा।