देहरादून में इंफ्लूएंजा-ए के सब वेरिएंट H3N2 का खतरा लगातार बढ़ रहा है। रविवार को दून और कोरोनेशन अस्पताल में इस वायरस के लक्षणों वाले 37 मरीज भर्ती किए गए। इमरजेंसी ओपीडी में भी करीब 200 मरीज इसी तरह के लक्षणों वाले इलाज के लिए पहुंचे।
दून अस्पताल में रविवार सुबह आठ से शाम आठ बजे तक ईएमओ डा. अमित सिंह, डा. प्रशांत चौधरी ने 25 मरीज भर्ती किए। जिन्हें सांस, बलगम, बुखार, खांसी की दिक्कत थी। दून अस्पताल में 150 से ज्यादा मरीजों ने इन लक्षणों के साथ इमरजेंसी ओपीडी में इलाज कराया।
वहीं, कोरोनेशन अस्पताल में पूरे दिन में ईएमओ डा. डीसी गहतोडी, डा.समृद्धि नौटियाल ने 12 मरीज भर्ती किए। ईएमओ डा. मनीष शर्मा के मुताबिक इमरजेंसी ओपीडी में करीब 50 मरीज ऐसे लक्षणों के आए।
देर शाम एक बुजुर्ग को सांस लेने में ज्यादा दिक्कत होने पर आईसीयू में भर्ती करना पड़ा। वरिष्ठ फिजीशियन डा. एनएस बिष्ट ने बताया कि मरीजों के स्वास्थ्य पर नजर रखी जा रही है। दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना का कहना है कि डॉक्टरों को वायरस को लेकर अलर्ट किया है, अस्पताल में पर्याप्त संसाधन, दवाएं हैं। घबराएं नहीं, एक-डेढ़ हफ्ते में मरीज रिकवर हो रहा है।
H3N2 के लक्षण –
- नाक बहना
- तेज बुखार
- खांसी
- गले में खराश
- छाती में जकड़न
- मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
- सिरदर्द
- थकावट
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