रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल की जमीन हड़पने के मामले में राजपुर थाना पुलिस ने उद्योगपति सुधीर कुमार विंडलास के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज किया है।
इससे पहले नौ जनवरी को पुलिस ने एक अन्य मामले में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।
शिकायतकर्ता लेफ्टिनेंट कर्नल (रिटायर्ड) सोबन सिंह दानू ने बताया कि युद्ध सेवाकाल के दौरान उन्होंने दुश्मनों से लड़ते हुए एक पैर गंवा दिया था। सरकार की ओर से उन्हें जोहड़ी में मकान बनाने के लिए जमीन आवंटित की गई थी। सरकारी दस्तावेजों में लंबे समय से जमीन उनके नाम पर है। सुधीर कुमार विंडलास व उनके मैनेजर प्रशांत ने मिलीभगत कर उनकी जमीन पर कब्जा करने की नीयत से दीवार का निर्माण करा लिया।
इसके अलावा साथ लगती सरकारी भूमि को भी हड़पने का प्रयास किया। एसडीएम के आदेश पर अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया गया, लेकिन सुधीर कुमार व प्रशांत की ओर से दोबारा दीवार का निर्माण किया गया।
उन्होंने आरोप लगाया कि सुधीर की ओर से पूर्व में भी अपने साथियों के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार करवा जमीन बेची गई है।
थानाध्यक्ष राजपुर मोहन सिंह ने बताया कि जांच के बाद सुधीर विंडलास व प्रशांत के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है।
इसी हफ्ते हुआ था पहला मुकदमा दर्ज
उद्योगपति सुधीर विंडलास के खिलाफ एक हफ्ते में धोखाधड़ी का यह दूसरा मुकदमा दर्ज हुआ है। इससे पहले बीती नौ जनवरी को संजय सिंह निवासी वसंत विहार ने शिकायत दी थी कि उनकी माता ओमवती व उनके नाम पर जोहड़ी गांव में करीब 20 बीघा जमीन है। इस पर सुधीर विंडलास की नजर थी। वर्ष 2009 में सुधीर विंडलास ने संजय से संपर्क कर कहा कि यह जमीन उसे बेच दे, लेकिन संजय ने जमीन बेचने से मना कर दिया। इसके कुछ दिन बाद पता चला कि सुधीर विंडलास ने कर्मचारियों के साथ मिलकर जमीन को अपने परचेज मैनेजर के नाम दर्ज करवा दी।
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