साइबर ठगों ने अब एआई यानी आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल कर आम लोगों को ठगना शुरू कर दिया है। अब इसका शिकार बने हैं मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) के सहायक अभियंता प्रेमपाल (पीपी) सिंह।
साइबर ठगों ने एआई के माध्यम से उनके बेटे की आवाज निकालकर व भय का मौहल बनाकर उनसे लाखों की ठगी कर दी है।
पटेलनगर कोतवाली के निरीक्षक कमल कुमार लुंठी के अनुसार प्रेमपाल सिंह निवासी त्रिनेत्र विहार कारगी चौक, पटेलनगर ने शिकायत दी कि 2 जनवरी को उनके मोबाइल नंबर पर वाट्सएप से कॉल आया। व्यक्ति ने कहा कि वह जयपुर पुलिस में तैनात है। आपका बेटा जयपुर में एमबीबीएस कर रहा है, जिसने अपने साथियों के साथ मिलकर एक पार्टी में किसी अधिकारी की बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर लिया है। पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया है। उक्त व्यक्ति ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल कर बेटे की आवाज भी प्रेमलाल को सुनाई। जिससे प्रेमलाल को इस घटनाक्रम पर विश्वास होने लग गया।
व्यक्ति ने तत्काल कुछ रुपये जमा करने को कहा और आश्वासन दिया कि यदि आप धनराशि जमा कर दोगे तो वह आपके बेटे को डीएनए टेस्ट व जेल जाने से बचा लेगा। बच्चे के भविष्य को खतरे में देखते पीड़ित पीपी सिंह ने व्यक्ति पर विश्वास कर डर के मारे उनके बताए खाते में 5 लाख 75 हजार रुपये डाल दिए।
इंस्पेक्टर लुंठी के अनुसार प्रेमपाल की पत्नी ने जब बाद में बेटे को फोन किया तो उसने बताया कि वह ठीक है और इस समय होस्टल में है। यही नहीं छात्र ने अपने साथियों से भी बातचीत करवाई। इसके बाद उन्हें पता चला कि उनके साथ साइबर ठगी हो गई है। पुलिस ने प्रकरण में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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