स्कूलों में ग्रीष्मावकाश लेकिन गर्मी व लू में तप रहे आंगनबाड़ी के बच्चे, यूनियन ने करी DM से छुट्टी की मांग !!

दून की गर्मी दिन पर दिन रिकॉर्ड तोड़ रही है। गर्म हवाएं झुलसा रही हैं। बुधवार को देहरादून का तापमान ऑल टाइम रिकॉर्ड से सिर्फ एक प्वाइंट कम 43 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे पहले 2012 में 30 मई को दून का तापमान 43.1 डिग्री सेल्सियस रहा था। स्थिति ऐसी ही रही तो यह रिकॉर्ड भी टूट जाएगा।

बुधवार को सुबह से ही तेज धूप रही। दिन में गर्म हवाओं ने परेशानी और बढ़ा दी। इससे लोगों को झुलसाने वाली गर्मी का सामना करना पड़ा। तापमान के रिकाॅर्ड स्तर पर रहने से बुधवार इस साल का सबसे गर्म दिन रहा। दूनवासियों का कहना है कि यहां पर हर साल गर्मी बढ़ती जा रही है। पहले पंखों से ही काम चल जाता था, लेकिन अब एसी और कूलर के बिना रहना मुश्किल होता जा रहा है।

भीषण गर्मी के बावजूद छोटे बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों पर जाना पड़ रहा है। सरकारी स्कूलों की छुट्टी पड़ने के बावजूद उसी परिसर में चल रहे आंगनबाड़ी केंद्र अब भी खुले हैं। इस कारण छोटे बच्चों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

प्रदेश में तीन से छह साल के करीब 1.80 लाख बच्चे आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत हैं। इन बच्चों को नियमित रूप से पौष्टिक आहार दिया जाता है। दूसरी तरफ, छह साल से अधिक उम्र के बच्चों का पंजीकरण स्कूलों में किया जाता है, जिनके लिए शिक्षा विभाग छुट्टी कर चुका है। लेकिन, महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के अधीन संचालित 20 हजार आंगनबाड़ी केंद्र अब भी खुले हुए हैं। इस प्रकरण में आंगनबाड़ी कार्यकत्री, सेविका, मिनी कर्मचारी यूनियन की जिलाध्यक्ष रजनी गुलेरिया ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर भीषण गर्मी को देखते हुए 15 दिन का अवकाश घोषित करने की मांग की है।