नही बाज आ रहे सिफारशी, इंटेलीजेंस मुख्यालय ने आदेश जारी कर दी चेतवानी, जल्द हो सकती है कार्यवाही !!

उत्तराखंड अभिसूचना में बड़े स्तर पर फेरबदल के बाद तबादलों को रुकवाने के लिए कर्मचारी हर संभव कोशिश कर रहे हैं। तबादला रुकवाने या मनचाही पोस्टिंग पाने के लिए कर्मचारी सीधे मुख्यमंत्री, मंत्री या शासन के उच्च अधिकारियों तक सिफारिश भिजवा रहे हैं।

विभागीय जानकर बताते हैं कि एक जनपद से हटाए गए एक प्रभारी इंसपेक्टर ने अपना तबादला रुकवाने व उनके स्थान पर जाने वाले ने भी मुख्यमंत्री से लेकर एक पूर्व मुख्यमंत्री तक की सिफारिश लगा दी थी। जिससे अब यह दोनों विभाग की नजरों में खटक गए हैं। ऐसे एक नही बल्कि अनेक मामले पिछले 2 दिन में सामने आए हैं।

जिस क्रम में अब अभिसूचना एवं सुरक्षा मुख्यालय ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई व कहा कि इस प्रकार के कृत्य राज्य कर्मचारी आचरण नियमावली का उल्लंघन है। विभाग ने सिफारिश लगा रहे कुछ इंस्पेक्टरों को अब बाकायदा चेतावनी पत्र भी जारी किया है।

पहले सिफारिश से ही होते थे तबादले

अभिनव कुमार के डीजीपी का चार्ज संभालने के बाद से विभाग में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है। जहां पूर्व डीजीपी अशोक कुमार के कार्यकाल में सिफारशी व बाहुबल वालों को ही अहम चार्ज दिया जाता था वंही अब यह प्रथा अभिनव काल मे रोक दी गयी है। विभागीय अधिकारियों की माने तो इससे निष्ठा से कार्य करने वाले कर्मचारियों को भी बराबरी का मौका मिलेगा।