त्योहारी सीजन में सरकारी बसें फुल, डग्गामार वाहनों की मजे, परिवहन विभाग काट रहा मौज !!

होली के उपलक्ष पर रोडवेज बसे व ट्रेनों की कमी के कारण डग्गामार वाहनों की जमकर मौज हो रही है।

बता दें कि प्राइवेट बसों ने प्रत्येक सीट के लिए यात्रियों से मनमाना किराया लिया, 400 ₹ के किराए वाले सफर के डग्गामार वाहन संचालकों ने 700 से 800 ₹ तक वसूले, मनमानी इतनी कि खिड़की (विंडो) सीट के लिए यात्रियों से 100 रुपये अधिक लिए गए।

सुबह से रात तक डग्गामार वाहन दौड़ते रहे पर किसी जिम्मेदार सरकारी महकमे ने इन्हें पकड़ने की जहमत नहीं उठाई।

पिछले हफ्ते ही ISBT के बाहर डग्गामार वाहनों के संचालन पर मंत्री ने नाराजगी जताकर परिवहन अधिकारियों को संयुक्त टीम बनाकर कार्रवाई के निर्देश दिए थे व चेतावनी दी थी कि अगर उन्हें डग्गामार वाहन संचालित होते दिखे तो अधिकारी नपेंगे। लेकिन मंत्री आदेशों को भी पलीता लगा गए परिवहन विभाग के कर्मठ अधिकारी।

ISBT क्षेत्र से संचालित होने वाली इन डग्गामार बसों पर परिवहन विभाग ने मानो आँख बंद कर ली है। परिवहन विभाग की अनदेखी के चलते डग्गामार वाहन सवारियों को असीमित संख्या में बैठाकर सड़कों पर धड़ल्ले से फर्राटा भरते नजर आते हैं। इन डग्गामार वाहनों पर कार्रवाई नहीं होने से संचालको के हौसले बुलंद देखे जा रहे हैं। डग्गामारी बसों और वाहनों पर अंकुश नहीं लग पाने के कारण परिवहन विभाग की कार्य प्रणाली पर भी सवालिया निशान खड़े होने लगे।