ड्राइवरों की हड़ताल का दून में भी दिखा असर, मुसाफिरों को नही मिला पब्लिक ट्रांसपोर्ट तो आगामी दिनों में शहर में गहरा सकता है फल, सब्जी व ईंधन का संकट !!

हिट एडं रन मामलों में सजा के सख्त प्रावधानों के खिलाफ नए साल के पहले दिन राज्य में कई स्थानों पर परिवहन सेवाएं पूरी तरह बाधित रहीं। दरअसल, भारतीय न्याय संहिता 2023 में हुए संशोधन के बाद हिट एंड रन के मामलों में दोषी ड्राइवर को 10 साल तक कैद और 7 लाख रुपये तक जुर्माने का प्रावधान किया गया है। जिसको लेकर आगामी कुछ दिनों तक ट्रक व बस ड्राइवर हड़ताल पर रहेंगे।

हड़ताल के कारण देहरादून के साथ ही ऋषिकेश, हरिद्वार, रुड़की, टनकपुर, नैनीताल, हल्द्वानी में स्थानीय लोगों और पर्यटकों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इस हड़ताल पर अब फैसला तीन जनवरी को ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस की दिल्ली में सरकार से होने वाली बैठक के बाद होने की उम्मीद है।

हड़ताल जारी रहने से रोजमर्रा की जरूरत की वस्तुओं, फल, सब्जी, खाद्य पदार्थ, डीजल, तेल, सीएनजी, गैस की सप्लाई प्रभावित होने का डर है।

वंही तीनों डिपो के चालकों के हड़ताल पर रहने से गढ़वाल मंडल में तेल और गैस का संकट गहराने का खतरा मंडराने लगा है। तीनों डिपो के चालक हिट एंड रन कानून के विरोध में चक्का जाम कर हड़ताल पर चले गए हैं। चालकों का कहना है कि जब तक केंद्र सरकार इस नए कानून को रद्द करने का एलान नहीं करती, वह काम पर नहीं लौटेंगे।