अगले कुछ दिनों के लिए देहरादून शहर में हो सकती है पेयजल की दिक्कत, मालदेवता क्षेत्र में आई आपदा के कारण सप्पलाई लाइन हुई ठप !!

मालदेवता क्षेत्र में भारी बारिश के कारण बांदल घाटी के पेयजल स्रोत की लाइन सिल्ट घुसने से ठप हो गई। पानी संग आए मलबे से जल संस्थान का स्टोर, सामान, बाउंड्रीवाल, नहर सुरक्षा दीवार भी बह गई। तीन कर्मचारियों ने भागकर जान बचाई। इस स्रोत से दून के लोगों को पीने का पानी मिलता है।

इस स्रोत के पूरी तरह ठप हो जाने से दून के बड़े हिस्से को आपूर्ति का संकट गहरा गया है। जल संस्थान के एई एके गुप्ता ने बताया कि बांदल स्रोत की मुख्य पंपिंग लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है। जेसीबी से मलबा हटाया जा रहा है। लेकिन, इसमें तीन-चार दिन लग सकते हैं। यहां अंग्रेजों के समय बनी पंपिंग योजना से रोज करीब दो करोड़ लीटर पानी की सप्लाई होती है। 20 एमएलडी क्षमता के इस स्रोत पर अभी पूरी क्षमता से पानी मिल रहा था।

दून की करीब 4 लाख की आबादी पर असर

बांदल स्रोत की सप्लाई तीन लाइनों से दून को होती है। दो लाइन दिलाराम वाटर वर्क्स आती हैं। यहां से पानी फिल्टर करने के बाद सप्लाई किया जाता है। बांदल की एक लाइन से सुंदरवाला, लाडपुर, रायपुर रोड में सप्लाई होती है। यहां भी सप्लाई ठप हो गई है। इस पर शहर की तीन से चार लाख की आबादी निर्भर है। दिलाराम वाटर वर्क्स में इस समय बीजापुर कैनाल से सात एमएलडी पानी ही मिल रहा है। ग्लोगी और मॉसीफॉल स्रोत का पानी राजपुर, राजपुर रोड, जाखन, कैनाल रोड तक ही आते-आते बंट जाता है।

ये इलाके हुए प्रभावित

 राजपुर रोड, चकराता रोड, कालीदास रोड, विजय कॉलोनी, खुड़बुड़ा, ईसी रोड, हाथीबड़कला, डीएल रोड, करनपुर, नालापानी, मानसिंहवाला, नेशविला रोड, सुभाष रोड, पलटन बाजार, धामवाला और दर्शनलाल चौक।

जल संस्थान के अफसरों के मुताबिक, चूंकि इस बार बांदल स्रोत तीन से चार दिन तक प्रभावित रह सकता है। शहर में पानी की डिमांड के हिसाब से पेयजल उपलब्धता काफी कम हो चुकी है। लिहाजा लोगों से मितव्ययिता का अनुरोध किया गया है। इसके साथ ही, पानी के टैंकर भी तैनात कर दिए गए हैं।