रेस्क्यू के बाद चालक ने बताई आपबीती, रात को चलती कार के सामने अचानक ब्रिज का हिस्सा दिखा गायब !!

तड़के दो बजे कार सवार दून से रुद्रप्रयाग के लिए निकले। करीब पौने तीन बजे कार थानो-भोगपुर रोड पर सौंग नदी पुल के ऊपर से गुजरी। 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ रही कार के चालक प्रदीप के होश उस समय उड़ गए, जब उन्होंने पुल का एक हिस्सा गायब देखा।

चालक ने तेजी से ब्रेक लगा दिए, लेकिन कार के टायर रगड़ते हुए आगे बढ़े और कुछ ही देर में कार नीचे जा गिरी। इस दौरान कार में बैठी सुषमा बेहोश हो गई। कुछ देर नदी के तेज बहाव में बहने के बाद कार किनारे एक चट्टान पर अटक गई। तब कार में पानी नहीं घुसा था।

कार किनारे लगते ही पिछली सीट पर बैठे पंकज बुटोला और सतेंद्र ने प्लास से शीशे तोड़े और सबसे पहले बेटे सार्थक को बाहर निकाला। 15 मिनट में एक-एक कर सब सुरक्षित बाहर आ गए। शीशे तोड़ने से कार में पानी भरने लगा। इससे उनका सामान और मोबाइल खराब हो गया। गनीमत रही कि सतेंद्र के जेब में रखा मोबाइल काम आ गया।

करीब एक घंटे बाद उन्होंने इसकी सूचना परिजनों को दी। इसके बाद सौ नंबर पर पुलिस को डायल किया गया। एसडीआरएफ की टीम भी बाद में मौके पर पहुंची। दून के बंजारावाला निवासी सतेंद्र के परिवार की गाड़ी करीब 300 मीटर तक पानी के तेज बहाव में बह गई थी।

कार चला रहे प्रदीप बुटोला बताते हैं कि अंधेरा और बारिश होने से वे यह अंदाजा नहीं लगा पाए कि पुल टूट गया है। वे बताते हैं कि ताऊ की अंत्येष्टि में शामिल होने के लिए वे परिवार समेत रुद्रप्रयाग जा रहे थे। उन्होंने बताया कि कार के नीचे गिरते ही पानी की तेज लहरों ने उन्हें किनारे लगा दिया। वरना वे बह गए होते।