घर के बिजली कनेक्शन पर कॉमर्शियल काम करने वालों के खिलाफ ऊर्जा निगम सख्त कार्रवाई शुरू करने जा रहा है। ऊर्जा निगम ने इसे सीधे तौर पर बिजली चोरी की श्रेणी में रखा है। ऐसे लोगों के न सिर्फ बिजली कनेक्शन काटे जाएंगे, बल्कि उनके पिछले छह महीने के बिजली के बिलों का निर्धारण भी कॉमर्शियल रेट पर किया जाएगा।
उत्तराखंड में हर साल एक लाख नए बिजली उपभोक्ता बन रहे हैं। ऊर्जा निगम एक लाख के करीब बिजली कनेक्शन हर साल जारी करता है। इन कनेक्शनों में बड़ी संख्या में ऐसे उपभोक्ता भी हैं, जो कि घरेलू कनेक्शन लेकर उसका कॉमर्शियल इस्तेमाल करते हैं। सबसे अधिक इस्तेमाल घरेलू बिजली कनेक्शन पर हॉस्टल संचालन के रूप में किया जा रहा है। कम लोड का कनेक्शन लेकर अधिक लोड पर इस्तेमाल किया जा रहा है। घरेलू कनेक्शनों का दुरुपयोग रोकने को ऊर्जा निगम अभियान तेज करने जा रहा है। दून, हरिद्वार, नैनीताल और यूएसनगर में हॉस्टल पर विशेष नजर रखी जा रही है।
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