जहां एक तरफ उत्तराखंड पुलिस दिन पर दिन घटनाओं के खुलासे करने व अपराधों की रोक थाम करने में दिन पर दिन नए आयाम छू रही है। वंही दूसरी ओर हाल ही में जनपद देहरादून में हुई मुठभेड़ में एक दरोगा को पेट मे गोली जा लगी। जिसके बाद से सवालों के घेरे में दून पुलिस आ गयी है।
बता दें कि DOON MIRROR को खोजबीन करने पर पता चला है कि प्रदेश की शीतकालीन राजधानी कहे जाने वाले देहरादून के किसी भी थाने व कोतवाली में बुलेट प्रूफ जैकेट मौजूद नही हैं। जब इस बात की तहकीकात DOON MIRROR ने शुरू की तो यह बात हजम होने से परे थी कि देहरादून के किसी भी थाने के पास खुद की बुलेट प्रूफ जैकेट नही है।
अक्सर आपातकालीन स्तिथि व स्पेशल ऑपरेशन के दौरान उक्त थाने के पुलिसकर्मी पहले पुलिस लाइन की ओर दौड़ लगाकर वहां लिखा पड़ी पूरी कर स्टोर में मौजूद गिनी चुनी बुलेट प्रूफ जैकेट लेते हैं फिर वापस कई किलोमीटर का सफर पूरा कर वापस घटनास्थल की ओर जाते हैं, जिसमे औसतन एक से डेढ़ घंटे का सफर लग जाता है। अगर घटनास्थल जनपद के देहात क्षेत्र में हो जाए तो फिर बुलेट प्रूफ जैकेट शहर से लेजाने के बाद रिस्पॉन्स टाइम की गणना आप स्वयं ही कर सकते हैं। जब देहरादून में स्तिथि यह है तो पहाड़ी जनपदों के हाल तो आप भूल ही जाएं।
वंही अब मुठभेड़ में अपराधी की गोली का शिकार हुए दरोगा की हालत सामान्य बताई जा रही है। जिसका इलाज मैक्स हॉस्पिटल में चल रहा है। घटना के बाद से महकमा सकते में है और भविष्य में ऐसी स्तिथि से पुनः झूझना न पड़े इसके लिए रणनीति बना रहा है
2 चौकी इंचार्च को किया गया ससपेंड –
मसूरी में बदमाश व पुलिस के बीच एनकाउंटर में दो चौकी इंचार्जों की बड़ी चूक सामने आई है। एसएसपी ने रिव्यू के बाद दोनों चौकी प्रभारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। दरअसल पुलिस को देहरादून में पत्नी के सिर पर गोली मारने वाले बदमाश के मसूरी के गेस्ट हाउस में छिपे होने की सूचना मिली थी।
एसएसपी अजय सिंह ने बदमाश को पकड़ने के लिए चौकी इंचार्ज मालदेवता मिथुन कुमार, मयूर विहार चौकी इंचार्ज जयवीर सिंह और बालावाला चौकी प्रभारी सुनील नेगी को पूरा ब्रीफ करके भेजा था। उनके साथ दो कांस्टेबल भी भेजे थे। तीनों चौकी इंचार्जों के पास हथियार भी थे। चौकी इंचार्ज मिथुन कुमार ने दरवाजा खटखटाया तो अचानक से बदमाश शुभम निवासी महावीर कालोनी थाना सिविल लाइन सोनीपत हरियाणा ने उनके पेट में गोली मार दी, जिसके कारण वह गंभीर रूप से घायल हो गए।
इसके बाद चौकी इंचार्ज जयवीर सिंह व सुनील नेगी ने बदमाश को पकड़ने का कोई प्रयास नहीं किया। पुलिसकर्मी हथियारबंद होने के बावजूद बदमाश वहां से आसानी से निकल गया, जबकि जहां से बदमाश भागा वहां पर एक ही गैलरी थी। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि सोमवार को पूरी घटना का रिव्यू किया गया, जिसके बाद मयूर विहार चौकी इंचार्ज जयवीर सिंह और बालावाला चौकी प्रभारी सुनील नेगी की लापरवाही सामने आई है, जिसके चलते दोनों को निलंबित कर दिया गया है।
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