कुत्तों की वफादारी के किस्से आपने खूब सुने होंगे, लेकिन देहरादून के एक युवक ने अपने पालतू कुत्ते संग वफादारी निभाकर मिसाल पेश की है।
यूक्रेन में फंसे ऋषभ कौशिक ने अपने पालतू कुत्ते मालेबू (यूक्रेनियन नाम जिसका मतलब ‘स्वीट’ होता है) को युद्धग्रस्त इलाके में छोड़ने से साफ इनकार कर दिया था। वो मालेबू के बिना भारत नहीं लौटना चाहते थे।
हालात बिगड़ने पर जब भारतीय छात्रों को यूक्रेन से निकाला जाने लगा तो ऋषभ ने अपने मालेबू के बिना युद्धग्रस्त देश छोड़ने से इनकार कर दिया था।
उन्होंने मालेबू के साथ भारत लौटने की अनुमति मांगी थी, लेकिन उन्हें एनओसी नहीं मिल पा रही थी।
मामला मीडिया की सुर्खी बना तो भारत सरकार को भी ऋषभ की बात माननी पड़ी। भारत सरकार ने उन्हें डॉगी को भारत लाने की एनओसी दे दी।
आपको बता दें कि ऋषभ कंप्यूटर इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए यूक्रेन गया था व ऋषभ का परिवार देहरादून के किशनपुर क्षेत्र में ही रहता है।
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