देहरादून में 2.5 साल बाद फिर लौट रहा है ‘विरासत’, इस बार व्यापक होगा 25वें विरासत का सिल्वरजुबली आयोजन !!

भारतीय सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक विराट सांस्कृतिक उत्सव ‘विरासत’ एक बार फिर लौट रहा है। करीब ढाई साल के अंतराल पर 25वां विरासत उत्सव 28 मार्च से 11 अप्रैल के बीच होगा। आयोजक संस्था रीच ने स्थानीय प्रशासन और प्रायोजकों से आयोजन को लेकर चर्चा शुरू कर दी है। कलाकारों के शेड्यूल भी तय किए जा रहे हैं।

ओएनजीसी के कौलागढ़ रोड स्थित आंबेडकर स्टेडियम में होने वाले इस सालाना जलसे को कला, ग्रामीण उद्यमिता और सांस्कृतिक विरासत को देश विदेश में काफी मान्यता प्राप्त है और विरासत के गरिमामय मंच पर देश-दुनिया के कई ख्यातिलब्ध कलाकार प्रस्तुति देने का सपना देखते हैं।

इस उत्सव में भारतीय लोक और शास्त्रीय कला, खानपान, साहित्य, शिल्प, रंगमंच, सिनेमा और योग में प्रदर्शन और कार्यशालाएं शामिल की जाती हैं। जिसे देखने पर्यटक व स्थानीय लोग उमड़ पड़ते हैं।

आपको बता दें कि यह उत्सव पहली बार 1995 में आयोजित किया गया था। 2008 में इस उत्सव ने राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम का रूप धारण किया। दो सितंबर 2008 को दिल्ली और 300 अन्य इलाकों में संगीत कार्यक्रमों के साथ इसका आयोजन हुआ, जो दिसंबर तक चला।

रीच संस्था के सचिव लोकेश ओहरी ने बताया कि कोविड काल ने विरासत पर ब्रेक लगाया था। अब स्थिति तेजी से सामान्य हो रही है। लिहाजा एक बार फिर विरासत को भव्य रूप से आयोजित करने की योजना है। चूंकि इस बार ये सिल्वरजुबली आयोजन है, इसलिए इस बार कैनवास और भी व्यापक होगा।