IAS ट्रांसफर सूची की Inside Story !!

कल देर शाम शासन ने बहुप्रतीक्षित तबादला सूची निकालकर सभी नौकरशाहों की प्रतीक्षा खत्म कर दी है। उक्त तबादला सूची से कोई खुश व उत्साहित है तो कोई ऊपर से लेकर नीचे तक अपना नाम ही ढूंढते रह गए। जितना आंकलन लगाया जा रहा था व जितनी चर्चा शासन की गलियारों में थी ऐसा कम ही तबादला सूची में उतर पाया है।

अब बात करें तबादला सूची की तो आनंद वर्धन ने पूर्व की भांति ही अपने सर्वप्रिय विभाग जलागम को फिर खुद से हटने नहीं दिया है। शासकीय जानकार बताते हैं कि करीब करीब 8 सालों से अभी अधिक समय से आनंद वर्धन का लगाव जलागम विभाग से रहा है। वह इस वक्त मुख्य सचिव जलागम के साथ साथ मुख्य परियोजना निदेशक जलागम की जिम्मेदारी भी देखेंगे। इसके अतिरिक्त वह पूर्व मुख्य सचिवों की भांति ही अन्य समकक्ष जिम्मेदारी भी देखेंगे। समीकरणों की बात करें तो इस सूची में मुख्य सचिव आनन्द वर्धन की काफी हद तक चली भी है, वह कईयों को अहम जिम्मेदारी दिलाने में व कईयों से हट रहे विभाग बचाने में सफल भी हुए हैं।

वहीं पूर्व आंकलन व चर्चा के अनुसार शासन स्तर पर तैनात प्रमुख सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव नीतेश झा, बी.के संत, सचिन कुर्वे, दिलीप जावलकर, पंकज पांडे, विनय शंकर पांडेय, आर. राजेश कुमार, धीराज गबरियाल जैसे अधिकारियों का नाम इस सूची में से गायब थे। अनुमान था कि इन सभी अधिकारियों से या तो कुछ हटना था या कुछ मिलना था लेकिन न जाने क्यों ऐसा न हो सका।

गृह, पेयजल, वन, खनन, पर्यटन, NHM, आपदा, उच्च शिक्षा जैसे विभागों को भी नया कमांडर मिलने की सुगबुगाहट थी लेकिन खींचतान के कारण ऐसा नहीं हो पाया है, लेकिन आगामी कुछ माह में इन विभागों को लेकर तस्वीर और साफ हो सकती है। वहीं शैलेश बगौली को पुनः कार्मिक विभाग की कमान मिलने से भी कई अधिकारी आश्चर्य में पड़ गए हैं।

9 माह बाद इन विभागों को मिलेगा नया सचिव

आयुष एवं आयुष शिक्षा, सैनिक कल्याण, सचिवालय प्रशासन, जैसे बड़े विभागों को 9 माह बाद यानी मार्च 2026 में नया बॉस मिल जाएगा। ऐसा इस लिए होगा क्योंकि इन विभागों के वर्तमान सचिव दीपेंद्र चौधरी फरवरी 2026 में सेवानिवृत्त हो जाएंगे।

आगामी महीनों में एक और सूची आनी तय

आगामी महीनों का आकलन करें तो अभी शासन से लेकर धरातल तक कुछ और बदलाव होना है, जोकि गतिमान चारधाम यात्रा के कारण नहीं हो पाया है, चारधाम यात्रा से सीधे सीधे जुड़े विभागों के सचिव भी अभी नहीं बदले जा सके हैं। इसके अतिरिक्त लंबी समय अवधि पूरी होने के कारण या फिर अन्य प्रकरणों के कारण चंपावत, पौड़ी, टिहरी, रुद्रप्रयाग, नैनीताल व हरिद्वार, देहरादून जैसे जनपदों को भी जुलाई व अगस्त में नए DM मिलने की गुंजाइश दिखती नजर आ रही है।

इसके अतिरिक्त शासन स्तर में सचिव राघव लंगर की आगामी दिनों में हो रही वापसी हो या फिर सचिव बी.वी.आर.सी पुरूषोतम का प्रचलित VRS प्रकरण या फिर हरि चंद सेमवाल को मिलने जा रहा 3 महीने का सेवा विस्तार इन सभी प्रचलित प्रकरणों के कारण आपको बीच बीच में कुछ विभाग व प्रभार इधर से उधर होते दिखेंगे।

2 महिला अधिकारियों का कद बढ़ा

इस बार की तबादला सूची में महिला अधिकारियों को भी बड़ी जिम्मेदारी देकर उनका कद काफी बढ़ाया गया है। IAS सोनिका को CEO UCADA के साथ साथ आयुक्त कर, महानिरीक्षक निबंधन व मेलाधिकारी कुंभ की भी जिम्मेदारी देखेंगी। उसके अतिरिक्त दूसरी महिला अधिकारी रंजना राजगुरु को भी वर्तमान जिम्मेदारी के साथ साथ आयुक्त एवं सचिव राजस्व परिषद का प्रभार दिया गया है।

वहीं बात करें IAS सोनिका की को तो जैसे जैसे कुंभ मेला नजदीक आएगा वैसे ही सोनिका को मेलाधिकार के अतिरिक्त अन्य सभी पदों के प्रभार से मुक्त किया जा सकता है व पूर्व मेलाधिकारियों की भांति ही उनको या तो VC HRDA व हरिद्वार से जुड़े अन्य अहम प्रभार भी दिए जा सकते हैं। इस सूची में सोनिका को मेलाधिकारी की जिम्मेदारी मिलना भी कई तरह के आगामी बदलते समीकरण की ओर इशारा कर रहा है।

अभी ट्रायल में ही चलेंगे श्रीधर बाबू

कई वर्षों बाद केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस लौटे सचिव श्रीधर बाबू अद्दानकी को राज्य सरकार ने फिलहाल ट्रायल पर ही चलाने का निर्णय लिया है। जिस क्रम में उन्हें प्रमुख सचिव नियोजन आर मीनाक्षी सुंदरम के अधीन सचिव नियोजन की एकला जिम्मेदारी दी है। वह शासन में अकेले ऐसे अधिकारी हैं जो कि एक ही विभाग की जिम्मेदारी देख रहे हैं और वह विभाग भी किसी अन्य के अधीन है। जबकि उनके एक बैच नीचे के IAS अधिकारी कई महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी स्वतंत्र रूप से संभाल रहे हैं। उक्त से यह साफ प्रतीत होता है कि राज्य सरकार फिलहाल श्रीधर बाबू की परफोर्मेंस व कार्यप्रणाली देखना चाहती है, जिसके बाद ही उन्हें अन्य जिम्मेदारी दी जाएगी।

लंबे समय से शासन में ही तैनात अपर सचिवों को DM की कुर्सी का इंतजार

काफी लंबे समय से शासन में ही बतौर अपर सचिव कार्य कर रहे कई अधिकारियों को आज भी यह उम्मीद है कि कभी तो राज्य सरकार की नजर उनपर भी पड़ेगी और वह भी लंबे समय बाद फिर मैदान में उतर कर शानदार पारी खेल सकेंगे।

अखबारों की सुर्खियां ने छीनी कुर्सी

कड़क अंदाज व बड़े अडिग निर्णय लेने के कारण अखबारों की सुर्खियां में रही महानिदेशक शिक्षा झरना कमठान की कुर्सी भी सरकार ने हिला दी है। उन्हें अब शासन में अपर सचिव वित्त की जिम्मेदारी दी गई है। अब यह फील्ड की जगह शासन में कार्य करेंगी।

इन पदों को लेकर PCS अधिकारियों में अभी भी खींचतान

राज्य सरकार ने हालांकि सभी रिक्त पद भर दिए हैं लेकिन अभी भी नगर आयुक्त काशीपुर व अपर मेलाधिकारी कुंभ को लेकर अंदरूनी रूप से खींचतान चल रही है। इक्का दुक्का PCS अधिकारी तो नगर आयुक्त ऋषिकेश व ADM प्रशासन हरिद्वार बनने के लिए भी जोर आजमाइश करने में लगे हुए हैं।