बद्रीनाथ से खटीमा तक अवैध अतिक्रमण पर वार, कॉर्बेट टाईगर रिज़र्व को किया गया मज़ार मुक्त, नोडल अधिकारी धकाते की सख्ताई का दिखा असर !!

बद्रीनाथ से खटीमा तक अतिक्रमण पर वार

बद्रीनाथ वन प्रभाग में वन भूमि पर अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए प्रभावी कदम उठाए हुए 125 हैक्टर वन भूमि पर अवैध अतिक्रमण हटाया गया है । प्रभागीय वनाधिकारी द्वारा बताया की अवैध अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी कर विधिक कार्यवाही की जा रही है।

कॉर्बेट टाईगर रिज़र्व को किया गया मज़ार मुक्त

उत्तराखंड के कॉर्बेट टाईगर रिज़र्व के बाघों की राजधानी से जाना जाता है । इस विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट पार्क में विगत कुछ वर्षों में मज़ारों की बाढ़ सी आ गई थी । टाईगर के वासस्थलों में दर्जनों मज़ारों का अवैध अतिक्रमण पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को डाट-फटकार लगाकर तत्काल नियमानुसार कार्यवाही शुरू करने के कड़े निर्देश दिए ।
विगत एक माह से मुख्यमंत्री उत्तराखंड के निर्देशों के क्रम में वन भूमि पर अवैध अतिक्रमण हटाने की मुहिम चल रही है । वन विभाग के प्रभागीय वनाधिकारीओं द्वारा भारतीय वन अधिनियम ( उत्तराखंड संशोधन), 2002 के सुसंगत प्रावधानों के अनुसार वन भूमि पर अवैध अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की जा रही है।

वन भूमि पर अवैध अतिक्रमण के धार्मिक संरचनाओं का निर्माण धड़ल्ले से किया जा रहा है जिसको हटाने की मुहिम अब रंग लाई है। इस क्रम में अब तक 252 हैक्टर वन भूमि अवैध अतिक्रमण से मुक्त किया गया है। बड़ी संख्या में वन भूमि पर मज़ारों का निर्माण को अवैध अतिक्रमण घोषित करते हुए अब तक 388 मज़ारों को हटाया गया है। साथ ही वन भूमि पर स्थित 41 मंदिरों को भी हटाया गया है।
वन क्षेत्रों में बड़ी संख्या में धार्मिक संरचनाओं के अवैध अतिक्रमण से वन्यजीवों के वासस्थलों में मानवीय आवाजाही बढ़ने से मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं बढ़ोतरी की प्रबल संभावना है।

उत्तराखंड की ईकोलॉजी व ईकोनॉमी एक दूसरे के पूरक होने के कारण वनों की सुरक्षा एवं संरक्षण अत्यंत महत्वपूर्ण है ।