मुख्यमंत्री व मंत्री को खुश करने के लिए अधिकारियों ने तोड़ा प्रोटोकॉल, बाघिन को खदेड़ने के लिए छोड़े गए विभाग के 3 हाथी !!

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव एवं प्रदेश के वन मंत्री सुबोध उनियाल ने शनिवार को मोतीचूर रेंज में राजाजी नेशनल पार्क का भ्रमण किया। इस अवसर पर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के वन क्षेत्र से लाई गई एक बाघिन को राजाजी टाइगर रिजर्व के मोतीचूर वन क्षेत्र में बाड़े से छोड़ा गया।

वंही अब कार्यक्रम की वीडियो वायरल हो जाने के बाद अब सोशल मीडिया में अधिकारियों की किरकिरी हो रही है, बता दें कि नेशनल टाइगर रिज़र्व ऑथोरिटी के प्रोटोकॉल के अनुसार ऐसे मौकों पर बाघ / बाघिन को “Soft release should be the norm” के तहत ही जंगल मे छोड़ा जाता है। लेकिन आज बाघिन को बेड़े से जंगल की ओर छोड़े जाने के दौरान 3 हाथियों से खदेड़ा गया। जिसका अब वाइल्डलाइफ एक्टिविस्ट द्वारा विरोध किया जा रहा है।

सूत्र बताते हैं कि वन विभाग के अधिकारियों द्वारा ऐसा मुख्यमंत्री व मंत्री को खुश करने के लिए व मीडिया कवरेज हेतु किया गया है जिससे यह एक इवेंट के तौर पर दिखाया जा सके।

नियमानुसार ऐसे मौकों पर बाघ या बाघिन को खुले बाड़े में छोड़ दिया जाता है और मॉनिटरिंग कर प्राकृतिक रूप से जंगल मे जाने तक का इंतजार किया जाता है।

इस मौके पर कॉंग्रेस की प्रवक्ता गरिमा धसौनी कहती हैं कि –

उक्त कार्यक्रम में प्रमुख सचिव आर. के सुधांशु, प्रमुख वन संरक्षक अनूप मलिक, मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक समीर सिन्हा, निदेशक राजाजी साकेत बडोला उपस्थित थे।