राजधानी देहरादून के चिड़ियाघर में जिन दो टाइगर्स को लाया गया था, जिन्हें करीब 9 महीने बाद लोग दीदार कर सकेंगे। दरअसल काफी लंबे समय से न केवल आम लोगों को बल्कि वन विभाग को भी इन दोनों शिकारियों के लिए केंद्रीय एजेंसी की अनुमति का इंतजार था जो, अब मिल गई है।
बता दें कि दोनों बाघों को पिछले कई महीनों से आमजन से दूर रेस्क्यू सेंटर के बाड़े में कैद रखा हुआ था, लेकिन अब खुशी की बात यह है कि केंद्रीय एजेंसी से अनुमति मिलने के बाद इन्हें आम लोगों के दीदार के लिए उपलब्ध करा दिया जाएगा।
देहरादून चिड़ियाघर में इन दो बाघों को जिस जगह पर रखा गया है वह क्षेत्र सफारी ट्रैक है। दरअसल चिड़ियाघर में भविष्य में सफारी जोन भी खोला जा रहा है और सफारी क्षेत्र में कुल 11 एंक्लोजर तैयार करने के प्रयास किए जा रहे हैं। जिम लेपर्ड, काला भालू, स्लॉथ बीयर, हाइना, लोमड़ी, काकड़, चित्तल, सांभर और घुरड़ के लिए बाड़े बनाए गए हैं। सफारी ट्रैक पर चलते वक्त सबसे आखिर में बाघ का बाड़ा बनाया गया है, जहां पर इन दोनों को रखा गया है. फिलहाल चिड़ियाघर से करीब 600 मीटर पैदल चलने के बाद इन दोनों का पर्यटक दीदार कर पाएंगे।
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