यह उत्तराखंड है साहिब, यहां केंद्र व नरेंद्र दोनों की योजनाओं को पलीता लगा देते हैं अधिकारी व अभियंता

जी हां बिल्कुल सही पढ़ा आपने, केंद्र सरकार व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जन कल्याण योजनाओं को अपने सुविधानुसार बदलकर अक्सर अधिकारी व अभियंता पलीता लगाते आपको नजर आ जाएंगे !!

अब आप आज की ही घटना का उदाहरण ले लीजिए, देहरादून में कुछ दिनों से मूसलाधार वर्षा हो रही है।

बारिश का पानी सड़कों पर न बहे इस लिए स्मार्ट सिटी लिमिटेड व अन्य विभागों द्वारा देहरादून की अधिकतर सड़कों के किनारे बड़ी बड़ी अंडर ग्राउंड नालियां / नहर बनाई गई है।

लेकिन यह समझ के परे है कि नाली / नहर बनने के बाद भी पानी सड़कों पर ही क्यों बह रहा है ? कहीं कहीं तोह पानी सड़कों से सीधा दुकानों व घरों में भी घुस रहा है।

अब यह नहर किस इंजीनियरिंग थ्योरम के तहत बनी है यह तोह कार्य विभाग व कार्यदायी संस्था ही बता सकती है।

या तोह यह नवनिर्मित नहर / नालियां पूर्णतः फेल हो गयी है या तोह नवनिर्मित नहर / नालियां किसी राजनेता के उद्धाटन का इंतजार कर रही है।

आज रिस्पना पुल, पलटन बाजार, शास्त्री नगर, दूरदर्शन केंद्र, आदि जगहों पर भी कुछ यूँही हालात रहे। खैर सरकारी पैसों का दुरुपयोग कैसे किया जाता है आप आज की इन तस्वीरों को देखकर समझ सकते हैं।

वंही देहरादून में हाल ही में बने फ्लाईओवरों की बात करना तोह आप छोड़ दीजिए, श्रृंगार की तरह इन पुलों पर भी रोज ही डेंटिंग पेंटिंग का कार्य करके, धसी सड़कें, खड्डे व दरारें भरी जा रही है।