सीमावर्ती प्रदेश उत्तराखंड के कुल 339 पुलों की टन क्षमता बढ़ाने की तैयारी, सेना के टैंक व भारी वाहनों के आगमन में अब नहीं होगी कोई दिक्कत !!

इन दिनों शासन स्तर पर सीमावर्ती जनपदों के साथ साथ मैदानी जनपदों के कुल 339 पुल व ब्रिजों की टन क्षमता बढ़ाने पर होमवर्क चल रहा है। लोक निर्माण विभाग अपने क्लास ‘बी’ के 339 पुलों को क्लास ‘ए’ में उच्चीकृत करने पर महायोजना तैयार कर रहा है।

जानकारी के अनुसार उत्तराखंड सरकार इन दिनों राज्य के पुलों की टन क्षमता बढ़ाने में लगी हुई है। जिससे सीमावर्ती जनपदों तक आवश्यकता अनुसार सेना के टैंक व भारी वाहन बेरोकटोक आगमन कर सकें। इस सम्पूर्ण प्रोजेक्ट की लागत 1640 करोड़ रुपये आंकी गयी है जोकि ADB एशियन डेवलपमेंट बैंक द्वारा वित्त पोषित है।

इस प्रोजेक्ट में देहरादून के 26, पिथौरागढ़ के 31, चमोली के 40 व उत्तरकाशी के 13 भी शामिल हैं जिनकी डीपीआर – डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाई जा रही है। लोक निर्माण विभाग के विशेषज्ञ बताते हैं कि क्लास ‘बी’ यानी 55 टन की क्षमता वाले पुलों को क्लास ‘ए’ यानी 70 टन की क्षमता में उच्चकृत करने के दौरान कुछ पुराने पुलों का  नवनिर्माण कराया जाएगा तो कुछ हाल ही बने पुलों को और मजबूत किया जाएगा।