किस्सा सरकारी माइक्रोवेव का, जो PM के दौरे के बीच कमरे से हुआ था चोरी, मुकदमें तक मे प्रधानमंत्री का जिक्र, PMO ने भी लिया अब संज्ञान !!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अक्टूबर माह में कुमाऊं दौरे के दौरान पुलिस का माइक्रोवेव चोरी होने के मामले में अब प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी संज्ञान लेकर शासन से लेकर अल्मोड़ा जनपद प्रशासन तक के पेंच कसे हैं।

दर्ज मुकदमें के अनुसार 12 अक्टूबर को पीएम नरेंद्र मोदी जागेश्वर धाम पहुंचे थे। इस दौरान KMVN के गेस्ट हाउस में प्रधानमंत्री के लिए बनाए गए सेफ हाउस में माइक्रोवेव की सुविधा नही थी। जिसका संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी अल्मोड़ा के मौखिक आदेशों पर एसएसपी ने PM के दौरे के लिए पुलिस का सरकारी माइक्रोवेव पुलिस लाइन से भिजवा दिया।

जब कार्यक्रम की समाप्ति के बाद भी माइक्रोवेव वापस नहीं मिला तो पूछताछ में कार्यक्रम में तैनात केएमवीएन कर्मचारी टालमटोल करते रहे। लंबे समय बाद भी जब पुलिस को माइक्रोवेव वापस नहीं मिला तो उक्त कर्मियों के खिलाफ दन्या थाने में केस दर्ज किया गया। IPC की धारा 408 में पारस सत्वाली, नौकुचियाताल में तैनात वेटर पीतांबर दुम्का, तल्लीताल में तैनात वेटर किशोर कुमार, जागेश्वर में तैनात वेटर कुलदीप नेगी और कैटरिंग वर्कर सूखाताल में तैनात हरीश कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।

मुकदमें / FIR में प्रधानमंत्री व VVIP दौरे का जिक्र करना अब अल्मोड़ा पुलिस के लिए गले की फांस बन गया है। सूत्रों की माने तो FIR में प्रधानमंत्री के दौरे का हवाला देकर मुकदमे में PM का जिक्र होने से अब प्रधानमंत्री कार्यालय ने उक्त प्रकरण का संज्ञान लेते हुए उत्तराखंड शासन में तैनात जिम्मेदार अधिकारियों को फटकार लगाई है। वंही अब शासन भी जल्द ही जनपद अल्मोड़ा में तैनात एक अधिकारी के सिर यह ठीकरा फोड़ने की तैयारी कर रहा है। जिससे अल्मोड़ा से हटा कर साइड पोस्टिंग देने की चर्चा आजकल जोरो शोरों पर है।