सचिव बैठे हुए DM की कुर्सी पर वंही जिलाधिकारी बनने के इन्तेजार में बैठे 37 IAS अधिकारी, 13 जनपदों के सापेक्ष 56 DM स्तर के अधिकारी कैडर में मौजूद, पटरी से उतरा कैडर मैनेजमेंट !!

उत्तराखंड जैसे छोटे राज्य में जहां एक तरफ अधिकारियों की फौज दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है तो वंही राज्य सरकार द्वारा सचिव बनने के 9 माह बाद भी IAS अधिकारी को DM की कुर्सी पर बैठाए रखना अब ब्यूरोक्रेसी से लेकर धरातल तक किसी को रास नहीं आ रहा है। जिस कारण से अब प्रदेश का IAS कैडर मैनेजमेंट भी खराब होता जा रहा है।

जानकारी के लिए बता दें कि देहरादून के जिलाधिकारी सवीन बंसल, 1 जनवरी 2025 को सचिव स्तर पर पदोन्नत हो गए थे लेकिन 9 महीने बीत जाने के बाद भी राज्य सरकार ने उन्हें अभी तक शासन में तैनात नहीं किया है। जिस कारण से पोस्टिंग का चक्र डगमगा गया है। उल्लेखनीय है कि सवीन बंसल को बतौर जिलाधिकारी देहरादून की कुर्सी में बैठे हुए अब एक वर्ष से भी अधिक का समय पूरा हो गया है। जिस कारण अन्य विभिन्न IAS अधिकारी पोस्टिंग के इन्तेजार में राज्य सरकार की ओर निगाहें बनाये बैठे हैं।

जिलाधिकारी बनने के इन्तेजार में करीब 37 अधिकारी साइड पोस्टिंग में बैठकर समय काट रहे हैं। इनमें से कुछ ऐसे भी हैं जिन्हें वरिष्ठ होने के बावजूद भीअभी तक DM की कुर्सी की कमान पर्याप्त अवधि के लिए भी नसीब नहीं हुई है। इसके अतिरिक्त कुछ ऐसे भी हैं जो कुछ समय बाद बिना DM बने ही सचिव स्तर पर भी पदोन्नत हो जाएंगे।

  1. अहमद इकबाल
  2. रंजना राजगुरु
  3. आनंद स्वरूप
  4. देव कृष्ण तिवारी
  5. उमेश नारायण पांडेय
  6. राजेन्द्र कुमार
  7. ललित मोहन रयाल
  8. आशीष चौहान
  9. विजय जोगदंडे
  10. रीना जोशी
  11. विनीत कुमार
  12. डॉ आनंद श्रीवास्तव
  13. हरीश चंद्र काण्डपाल
  14. विनीत तोमर
  15. मनुज गोयल
  16. रोहित मीना
  17. संजय कुमार
  18. हिमांशु खुराना
  19. अभिषेक रुहिला
  20. नवनीत पाण्डे
  21. सौरभ गहरवाल
  22. अनुराधा पाल
  23. नरेंद भंडारी
  24. मेहरबानी बिष्ट
  25. बंसीधर तिवारी
  26. रुचि मोहन रयाल
  27. झरना कम्ठान
  28. नमामि बंसल
  29. गौरव कुमार
  30. रवनीत चीमा
  31. प्रकाश चंद्र
  32. दीप्ति सिंह
  33. विशाल मिश्रा
  34. अपूर्वा पांडे
  35. आकांशा कोंडे
  36. अंशुल सिंह
  37. निधि यादव

वंही इन 37 से इतर भी 19 अधिकारी ऐसे हैं जो या तो इस वक्त DM की कुर्सी पर तैनात हैं या फिर प्रतिनियुक्ति पर हैं या बड़े जनपदों के पर्याप्त अवसर से संतुष्ट हैं या फिर निलंबित हुए पड़े हैं।

  1. सोनिका
  2. आशीष श्रीवास्तव
  3. इवा श्रीवास्तव
  4. नितिन सिंह भदौरिया
  5. सवीन बंसल
  6. मंगेश घिल्डियाल
  7. स्वाति एस भदौरिया
  8. वंदना
  9. मयूर दीक्षित
  10. नितिका खण्डेलवाल
  11. आलोक पांडेय
  12. संदीप तिवारी
  13. विनोद गिरी गोस्वामी
  14. प्रशांत आर्य
  15. आशीष भटगई
  16. प्रतीक जैन
  17. मनीष कुमार
  18. कर्मेंन्द्र सिंह
  19. वरुण चौधरी

अब बात करें तबादला एक्सप्रेस की तो DOON MIRROR के आंकलन के अनुसार आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए जनपद देहरादून, नैनीताल, चमोली, पिथौरागढ़ व बागेश्वर जैसे जनपदों में बदलाव देखने को मिल सकते हैं। इसके अतिरिक्त 3 वर्ष से भी अधिक का कार्यकाल पूरा कर चुके कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत के जिम्मेदारियों में भी इस बार बदलाव देखने को मिल सकता है। वंही शासन स्तर पर भी मुख्यमंत्री सेटअप से लेकर पंचायतीराज विभाग व खनन विभाग में भी बदलाव की संभावना है। कुछ दिनों से खाली चल रहे ग्राम्य विकास विभाग व ग्राम्य निर्माण विभाग को भी नया सचिव मिलेगा।

वंही 3 अक्टूबर 2025 को खत्म हो रही प्रतिनियुक्ति के कारण वापस लौट रहे सचिव स्तर के IAS अधिकारी राघव लंगर को भी कुछ अहम जिम्मेदारी मिल सकती है। खैर अभी यह पुष्ट नहीं हो सका है कि राघव उत्तराखंड वापस लौटेंगे या फिर अपनी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति और आगे बढ़ाने के लिए आवेदन करेंगे।