नए भर्ती हुए नायब तहसीलदारों ने पूरी नही की ट्रेनिंग, लेकिन दे दी गयी जनपदों में तैनाती, ट्रेनिंग संस्थान के निदेशक ने राजस्व परिषद को लिखा पत्र !!

राजस्व पुलिस एवं भूलेख सर्वेक्षण प्रशिक्षण संस्थान के कार्यकारी निदेशक का पत्र आज चर्चा का विषय बना हुआ है। पत्र भी ऐसा जो विभिन्न जनपदों में तैनात 35 नायब तहसीलदारों की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा कर रहा है।

बता दें कि कार्यकारी निदेशक का चार्ज फिलहाल सीनियर PCS अधिकारी श्रीश कुमार के पास है। उन्होंने सचिव व आयुक्त राजस्व परिषद को आज ऐसा पत्र लिखा कि मानों उन्होंने ईंट से ईंट बजाने का मन बना लिया है।

कार्यकारी निदेशक ने अपने पत्र में लिखा है कि हाल ही में सीधी भर्ती के माध्यम से चयनित 36 नायब तहसीलदारों को राजस्व परिषद द्वारा जनपदों में तैनात कर दिया गया जबकि इन सभी की साढ़े 4 माह की ट्रेनिंग पूरी नही हुई है। साढ़े 4 माह के परीक्षण में सिर्फ 31 दिन ही यह ट्रेनी नायब तहसीलदार उनके संस्थान में मौजूद थे। जिसमे से कुछ तो अवकाश पर भी चले गए थे।

आचरण व व्यवहार असंतोषजनक, मोबाइल में लगे रहते थे परिशिक्षु NT –

पत्र के अनुसार संस्थान में प्रशिक्षण के दौरान उक्त नायब तहसीलदारों का आचरण व व्यवहार सन्तोषजनक नहीं रहा है। प्रशिक्षण शैड्यूल के माध्यम से निर्देशित करने के बाद भी चर्चा कक्ष में समय पर उपस्थित नहीं हुए, निर्धारित ड्रेस कोड का पालन नहीं किया गया और चर्चा कक्ष में वार्ताकारों के वार्ता देने के समय मोबाईल फोन का इस्तेमाल करते थे। इनके द्वारा पढ़ाये गये विषयों के नोट्स भी तैयार नहीं किये गये। इस सम्बन्ध में प्रत्येक वार्ताकार द्वारा उक्त नायब तहसीलदारों का आचरण व व्यवहार सन्तोषजनक नहीं होने, प्रशिक्षण में रूचि नहीं लेने संबंधी शिकायत की गई।

3 से अधिक विषयों में फेल हैं कई नायब तहसीलदार

कार्यकारी निदेशक, राजस्व पुलिस एवं भूलेख सर्वेक्षण प्रशिक्षण संस्थान ने पत्र में यह भी लिखा है कि प्रशिक्षण के प्रति गम्भीर न होने के फलस्वरूप उक्त नायब ‘तहसीलदारों का परीक्षा परिणाम खराब रहा है। उक्त नायब तहसीलदार संस्थान में प्रशिक्षण उपरान्त आयोजित अहर्ता परीक्षा में 4 से 11 विषयों में निर्धारित मानक से कम प्राप्तांक अर्जित किये है।

प्रभारी तहसीलदार का चार्ज देना अनुचित –

सीनियर PCS अधिकारी श्रीश कुमार के अनुसार जनपदों में तैनात नवचयनित सीधी भर्ती के नायब तहसीलदारों को प्रभारी तहसीलदार का दायित्व दिया जाना तथा विभिन्‍न प्रमाण पत्रों के निर्गगन का कार्य इनके हस्ताक्षरों से कराया जाना उचित प्रतीत नहीं होता है। कतिपय जनपदों के जिला कार्यालय से प्राप्त पत्रों से विदित हुआ है कि उक्त नायब तहसीलदारों को प्रभारी तहसीलदार का दायित्व दिया गया है, जो सर्वथा अनुचित है।

इन सभी के हस्ताक्षर से कोई भी महत्वपूर्ण कार्य नही कराये जाएं –

कार्यकारी निदेशक ने सचिव व आयुक्त राजस्व परिषद से अनुरोध किया है कि जनपदों में तैनात नवचयनित सीधी भर्ती के नायब तहसीलदारों को कोई भी गम्भीर प्रकृति का कार्य न दिये जाने और विभिन्‍न प्रमाण पत्रों के निर्गमन का कार्य इनके हस्ताक्षरों से न कराये जाने के संबंध में आवश्यक निर्देश जारी किए जाएं। व इन सभी 35 नायब तहसीलदार की पुनः साढ़े 4 माह की ट्रेनिग कराई जाए।