देहरादून में बुलंद होते युवाओं के हौसले हुए पस्त, कोतवाल ने हुड़दंग मचाने वाले युवकों को पकड़ कर भेजा जेल


दिनांक 15 अप्रैल को प्रभारी निरीक्षक डालनवाला रात्रि में पुलिस फोर्स संग हुड़दंगियों व शराबियों के विरुद्ध प्रचलित अभियान के सन्दर्भ में द्वारिका स्टोर ई0सी0 रोड पर चैकिंग करा रहे थे, तभी 1.10 बजे के करीब एक वाहन स्कूटी सं0- UK07DE-0327 को जिसमें एक लड़का व एक लड़की सवार थे, जिन्होंने हेल्मेट नहीं पहना था व बहुत तेजी व लापरवाही से वाहन को चलाते हुए क्रॉस रोड तिराहे की तरफ आ रहे थे।

संदिग्ध प्रतीत होने पर प्रभारी निरीक्षक डालनवाला द्वारा चैकिंग व पूछताछ हेतु उनको रुकने का इशारा किया गया तो स्कूटी उपरोक्त के चालक ने स्कूटी को नहीं रोका और स्कूटी को प्रभारी निरीक्षक डालनवाला की ओर ऊपर चढ़ाते हुए टक्कर मार दी जिनके द्वारा उसे पकड़ने की कोशिश की तो वाहन में पीछे बैठी लड़की द्वारा प्रभारी निरीक्षक को पकड़ने की कोशिश की तो पीछे बैठी लड़की द्वारा प्रभारी निरीक्षक डालनवाला को धक्का देकर स्कूटी चालक को कहा गया कि स्कूटी को भगा ले ये हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकते व प्रभारी निरीक्षक को घसीटते हुए कुछ दूरी तक ले गये जिससे उनकी जान भी जा सकती थी।

उक्त घटना को करते हुए स्कूटी चालक का संतुलन बिगड़ गया व स्कूटी चालक व स्कूटी पर पीछे बैठी लड़की सड़क किनारे नाली में गिर पड़े जिसमें उनको हल्की चोटें आयीं।

उक्त घटना से प्रभारी निरीक्षक डालनवाला के दाहिने हाथ व बांये घुटने में काफी चोटें आयीं जिस पर मेडिकल करवाया गया।

अन्य पुलिसकर्मियों द्वारा पकड़े गए लड़का तथा लड़की से इनका नाम पता पूछा गया तो लगातार अपना अपना नाम बदल-बदल कर बताया जा रहा था जिस पर सख्ती से पूछने पर स्कूटी चालक द्वारा अपना नाम वंशदीप थापा पुत्र अमर थापा निवासी- अनारवाला, जनपद देहरादून उम्र 22 वर्ष व युवती द्वारा अपना नाम आशिमा चौधरी पुत्री शिव शंकर चौधरी निवासी- अनारवाला, जनपद देहरादून उम्र 24 वर्ष बताया।

चूंकि दोनों पकड़े गये दोनों लड़का व लड़की द्वारा अपना नाम पता लगातार बदला जा रहा था, अतः धारा 41 सीआरपीसी का पालन करते हुए दोनों को उनके जुर्म धारा 186/279/332/336/353 भादवि से अवगत कराते हुए समय 1.35 बजे हस्ब कायदा हिरासत में लेते हुए मुकदमा पंजीकृत किया गया।

अभियुक्त गणों को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया जिनको न्यायालय द्वारा न्यायिक हिरासत में जिला कारागार सुद्धोवाला देहरादून भेज दिया गया।