उत्तराखंड राज्य के पर्यटन को अंतरराष्ट्रीय मंच पर स्थापित करने की दिशा में प्रदेश सरकार को एक बड़ा मौका मोरिशियस उच्चायुक्त ने दिया है। भारत के मॉरीशस स्थित उच्चायुक्तालय ने उत्तराखंड सरकार के पर्यटन विकास प्रयासों की सराहना करते हुए ‘उत्तराखंड टूरिज्म रोड शो इन मॉरीशस’ आयोजित करने का प्रस्ताव दिया है।
उच्चायुक्त ने पत्र में उल्लेख किया कि भारत और मॉरीशस के बीच गहरा सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जुड़ाव है, क्योंकि मॉरीशस की लगभग 70 प्रतिशत आबादी भारतीय मूल की है। ऐसे में उत्तराखंड, जो भारत की आध्यात्मिक राजधानी के रूप में जाना जाता है, मॉरीशस के पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बन सकता है।
पत्र में कहा गया है कि चारधाम यात्रा – बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री – मॉरीशस के हिंदू समुदाय के लिए अत्यंत धार्मिक महत्व रखती है। साथ ही, हरिद्वार और ऋषिकेश जैसे पवित्र नगरों की गंगा आरती, योग और वेलनेस परंपराएं पहले से ही मॉरीशस के श्रद्धालुओं में लोकप्रिय हैं।
उत्तराखंड सरकार के पर्यटन क्षेत्र में किए जा रहे विकास कार्यों- जैसे चारधाम यात्रा मार्गों का आधुनिकीकरण, योग और वेलनेस केंद्रों का विस्तार, और साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने की भी पत्र में सराहना की गई है। उच्चायुक्त ने माना कि राज्य सरकार की योजनाओं से उत्तराखंड पर्यटन की वैश्विक साख तेजी से बढ़ रही है।
पत्र में यह भी प्रस्ताव रखा गया है कि उत्तराखंड सरकार मॉरीशस में एक रोड शो में उत्तराखंड के धार्मिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और प्राकृतिक स्थलों का प्रदर्शन करे। जिससे वहां के निवासी व प्रशासन के संग समन्वय बैठा जा सके व मौरिशियस के निवासी अधिक से अधिक संख्या में उत्तराखंड पर्यटन (धार्मिक व साहसिक) का लाभ लेने उत्तराखंड आ सके। उक्त रोड शो के लिए मोरिशियस उच्चायुक्तालय, उत्तराखंड सरकार की हर मुमकिन मदद भी करेगी।



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