जिस फर्जी कॉल सेंटर पर STF ने छापा मारकर जब्त किए थे 1.26 करोड़, अब उसी प्रकरण में ED की भी हुई एंट्री, ED ने कोर्ट में दाखिल की अभियोजन शिकायत !!

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने देहरादून की विशेष पीएमएलए अदालत में A to Z सॉल्यूशन के खिलाफ प्रॉसिक्यूशन शिकायत दाखिल की है। इसमें कंपनी के प्रोप्राइटर आरिफ अली, नितिन गुप्ता, मेधा रावत, गरवित सिंघल और उदित गर्ग को आरोपी बनाया गया है। अदालत ने सभी नामजद आरोपियों को संज्ञान के लिए नोटिस जारी कर दिया है।

ईडी की यह कार्रवाई STF उत्तराखंड के अंतर्गत साइबर क्राइम पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर की गई, जिसमें मेघा रावत समेत अन्य पर आईटी एक्ट और IPC की धाराओं में केस दर्ज कराया गया था। आरोप है कि उक्त लोग A to Z सॉल्यूशन के नाम से एक फर्जी कॉल सेंटर चला रहे थे।

ईडी की जांच में सामने आया कि यह कॉल सेंटर विदेशी ग्राहकों को तकनीकी सहयोग सेवाएं देने के नाम पर ठगी करता था। कॉल सेंटर के कर्मचारी ग्राहकों को यह विश्वास दिलाते थे कि वे माइक्रोसॉफ्ट कॉर्पोरेशन से जुड़े हैं। इस धोखाधड़ी से होने वाली कमाई विदेशी नागरिकों से ठगी कर अवैध चैनलों के जरिए भारत लायी जाती थी।

जुलाई 2022 में एसटीएफ ने किया था बड़ा खुलासा –

गौरतलब है कि जुलाई 2022 में उत्तराखंड एसटीएफ ने इस देहरादून के न्यू रोड स्तिथ फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया था। उस दौरान पुलिस उपाधीक्षक साइबर अंकुश मिश्रा के नेतृत्व में 10 घण्टे चली रेड में दर्जनों युवाओं को कॉल सेंटर से पकड़ा गया था, जो विदेशी नागरिकों को तकनीकी सहायता के नाम पर ठगने का काम कर रहे थे। एसटीएफ ने मौके से 1.26 करोड़ की नगद धनराशि सहित कई कंप्यूटर, मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस भी बरामद किए थे।

ईडी ने अब इस मामले को मनी लॉन्ड्रिंग के दायरे में लेते हुए कानूनी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। फिलहाल मामले की जांच जारी है।