दून में आखिरकार स्मार्ट विद्युत मीटर लगाने की योजना धरातल पर उतरने लगी है। प्रदेश का पहला स्मार्ट मीटर MD UPCL के आवास में लग चुका है व अब उत्तराखंड में 28 लाख घर-प्रतिष्ठानों में स्मार्ट मीटर लगाने की तैयारी है। जिसमें प्रथम चरण में देहरादून के शहर के तीन लाख से अधिक घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे। जिसके बाद विद्युत उपभोग और बिलिंग के तरीके में क्रांतिकारी परिवर्तन आएगा।
बता दें कि बिजली के स्मार्ट मीटर लगने के बाद उत्तराखंड में 28 लाख बिजली उपभोक्ताओं को एडिशनल सिक्योरिटी चार्ज से राहत भी मिलेगी। स्मार्ट मीटर लगने के बाद एडिशनल सिक्योरिटी चार्ज वसूलने का सिस्टम पूरी तरह समाप्त हो जाएगा। आम उपभोक्ताओं से हर महीने 100 से लेकर 200 रुपये तक एडिशनल सिक्योरिटी चार्ज वसूला जाता है।
यूपीसीएल के पास उपभोक्ताओं की सिक्योरिटी जमा रहती है। उपभोक्ताओं की ओर से सालाना औसत बिजली खर्च किए जाने के लिहाज से एडिशनल सिक्योरिटी चार्ज तय होता है। फिर इसी एडिशनल सिक्योरिटी चार्ज को हर महीने वसूला जाता है।
स्मार्ट मीटर के फायदे
- बिलजी खपत (फिक्स चार्ज को छोड़कर) पर 4 प्रतिशत की सब्सिडी, यानी लगभग 4 प्रतिशत कम आएगा बिजली का बिल।
- नए स्मार्ट मीटर निशुल्क लगाया जाएगा व पुराने मीटर की जमा की हुई सिक्योरिटी की सम्पूर्ण धनराशि नए स्मार्ट मीटर में एडवांस रिचार्ज टॉपअप के रूप में मिलेगी।
- उपभोक्ता स्मार्ट मीटर में बिजली के लिए मोबाइल एप से घर बैठे रिचार्ज कर सकेंगे और रिचार्ज के प्लान के मुताबिक बिजली खपत कर सकेंगे।
- उपभोक्ताओं को गलत बिजली बिल की शिकायत से छुटकारा मिलेगा।
- उपभोक्ताओं का बिजली की खपत पर नियंत्रण होगा।
- प्रीपेड मीटर में कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकेगा, जिससे बिजली की चोरी रुकेगी और लाइन फाल्ट में भी कमी आएगी।
- स्मार्ट मीटर ऊर्जा निगम को बिजली के भार को संतुलित करने और बिजली आउटेज (ब्लेक आउट) को कम करने के लिए उपयोगी रियल टाइम डाटा प्रदान करेगा।
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