अग्नीपथ योजना के विरोध की आड़ में देहरादून का माहौल खराब करने, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, भाजपा कार्यालयों में तोड़फोड़, शराब ठेकों में आगजनी व देहरादून की सभी मुख्य सड़क जाम करने की योजना हुई विफल !!
आपको बता दें कि पिछले सप्ताह अग्निपथ योजना का विरोध करने वालों ने देहरादून बंद और प्रदर्शन की बात कही थी, यह सूचना मिलते ही दून पुलिस व LIU (लोकल इंटेलिजेंस यूनिट) हरकत में आयी तथा सोशल मीडिया पर बारीक नजर बनाई।
सोशल मीडिया में जिस तरह की बातें सामने आ रही थी उनसे पुलिस की नींद उड़ी हुई थी, कुछ बाहरी लोग यहां के युवाओं को भड़काने में लगे हुए थे, इसे लेकर LIU व पुलिस सतर्क हो गयी।
19 जून की रात से ही पुलिस ऐसे संदिग्धों की पहचान में जुट गई थी जो स्थानीय युवकों को भड़का रहे थे।
सूत्रों के अनुसार स्थानीय युवाओं को भी बाहर के लोगों ने बरगलाया था, जिस तरह की बातें व्हाट्सएप ग्रुप में लिखी गई थी उन्हें देखते हुए रेलवे स्टेशन, बस अड्डा और घंटा घर पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स को डिप्लॉय कर दिया गया।
देहरादून की सीमा में प्रवेश करते ही कई संदिग्ध व शरारती तत्वों को हिरासत में ले लिया गया, उनसे की गयी पूछताछ में पता चला कि वे लोग माहौल बिगाड़ने की कोशिश में थे। वह तमाम व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से युवाओं को खट्टा करना चाहते थे।
इन व्हाट्सएप ग्रुप की चैट के अनुसार बाहरी लोग अग्नीपथ योजना के विरोध की आड़ में देहरादून का माहौल खराब करने, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, भाजपा कार्यालयों में तोड़फोड़, शराब ठेकों में आगजनी व देहरादून की सभी मुख्य सड़क जाम करने की योजना बना रहे थे।
जैसे ही LIU को इन योजनाओं की भनक लगी, वैसे ही पुलिस तुरंत मुस्तैद होकर अपने कार्य मे लग गयी।
उक्त मामले की संजीदा समझते हुए जनपद के कप्तान एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने तुरंत कमान संभाली व चौपालों का आयोजन कर युवाओं को अफवाहों पर ध्यान ना देने व संयम बरतने की हिदायत दी।
फल स्वरूप 20 जून को शरारती तत्व भीड़ एकत्रित करने व अपनी योजना को पूरी करने में नाकाम रहे।
Editor