देहरादून पुलिस ने पकड़े कार के शीशे तोड़कर कीमती सामान चुराने वाले गिरोह के सदस्य !!
रैकी कर सड़को पर खड़े वाहनों के शीशे तोड़कर उसमे रखा सामान आदि चोरी (टप्पेबाजी) करने वाले गैंग का पुलिस ने किया खुलासा।
दिनांक 18-10-21 को वादी ऋषभ शाह ने थाना बसंत विहार पर सूचना अंकित कराई कि वह अपनी कार संख्या UK 04 R- 0312 को शाम के समय अलकनन्दा एन्क्लेव जीएमएस रोड पर खड़ी करके दुकान से सामान लेने गए थे, थोड़ी देर बाद वापस आकर देखा तो कार का बायें तरफ का शीशा टूटा हुआ था और पिछली सीट पर रखा बैग, जिसमें एक लेपटॉप, अन्य सामान एवम नकदी आदि थी, को किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा चोरी कर लिया गया है।
इस सूचना पर थाना बसत विहार पर तत्काल अभियोग पंजीकृत करते हुए एक टीम का गठन किया गया। उक्त टीम द्वारा अपना मुखबिर तन्त्र सक्रिय करते हुए संदिग्धो से पूछताछ की गई एवम घटनास्थल के आस पास लगे सीसीटीवी कैमरों को चैक किया गया तो एक कार स्विफ्ट डिजायर सन्दिग्ध प्रतीत हुई, जिसके नंबर को फ़िल्टर कराया गया तो उक्त कार दिल्ली नंबर की होना पाई गई, जिस पर उक्त कार की तलाश हेतु मुखबिर तंत्र सक्रिय करते हुए उक्त वाहन के सम्बंध में जानकारी एकत्रित की गई !!
जिसके आधार पर दिनांक 13-11-21 की सांय को घटना में संलिप्त उक्त वाहन सहित 3 अभियुक्तगण को नई दिल्ली से गिरफ्तार करने में पुलिस टीम को सफलता प्राप्त हुई।
नाम पता गिरफ्तार अभियुक्तगण:-
- मनीष उर्फ मोनू पुत्र धर्मेन्द्र निवासी ग्राम मुखमेल पुर थाना अलीपुर जिला नार्थ दिल्ली हाल निवासी अमृत विहार बुराड़ी, थाना नार्थ दिल्ली, उम्र 27 वर्ष।
- संदीप चौहान पुत्र दयाराम चौहान निवासी संतनगर गली न. 102 थाना बुराड़ी, जिला नार्थ दिल्ली, उम्र 30 वर्ष।
- महेंद्र कुमार उर्फ फौजी पुत्र पारस नाथ निवासी ग्राम बोदरी थाना जौनपुर जिला वाराणसी, उत्तर प्रदेश हाल 77/21 सत्य बिहार कॉलोनी थाना बुराड़ी जिला नार्थ दिल्ली, उम्र 30 वर्ष।
पूछताछ का संछिप्त विवरण:-
अभियुक्तगणों ने पूछताछ पर बताया कि यह तीनो आस पास ही रहते है, लॉकडाउन में हमारे पास कोई काम नही था तो हम तीनों ने मिलकर जल्दी पैसे कमाने की सोची और हम हमारे मोहल्ले के मोहित वालिया से मिले, जिसने हमे बताया कि बड़े- बड़े शहरों में लोग कार में कीमती सामान रखते है और सामान को कार में छोड़कर चले जाते है, जिसका शीशा तोड़कर उनमें रखा कीमती सामान चोरी करके उसको बेचकर अच्छा पैसा मिल जाता है, जिस पर हमें लालच आ गया और फिर हमने दिल्ली में कई जगह ऐसे घटनाये की, जिससे हमें ठीक ठाक पैसा मिला।
उसके बाद हमने पिछले महीने देहरादून घूमने और यहाँ पर भी घटना करने की योजना बनाई। योजना के मुताबिक पिछले महीने हम तीनों संदीप की कार, जिसे हम घटना में प्रयोग करते है, से देहरादून आये और फिर जब हम देहरादून में घूम रहे थे तो एक कार में बैग रखे दिखाई दिए, जिसका गुलेल से शीशा तोड़कर हमने बैग चोरी कर लिए थे। हमे कार से जो भी लेपटॉप या मोबाइल आदि समान मिलता है, उसे महेंद्र olx एवम अन्य लोगों को अच्छी कीमत में बेच देता है और फिर हम तीनों पैसा आपस में बांट लेते है। हमारे पास से 05 अन्य लेपटॉप जो मिले है, वो भी हमने ऐसे ही कार का शीशा तोड़कर दिल्ली में अलग- अलग जगहों से चोरी किये थे, जिन्हें हम बेचने के लिए जा रहे थे कि पकड़े गए।
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