एम्स की इमरजेंसी में भर्ती मरीजों की जान को मंगलवार को पुलिसकर्मियों ने खतरे में डाल दिया गया। यह भी सिर्फ छेड़छाड़ के एक आरोपी नर्सिंग अफसर को अभिरक्षा में लेने के लिए किया गया। पुलिस का सरकारी वाहन न सिर्फ एम्स में दनदनाता हुआ मेडिकल बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर पहुंचा, बल्कि वापसी में इमरजेंसी जैसे बेहद संवेदनशीलशील क्षेत्र से होकर भी गुजरा।
हैरानी की बात यह है कि एम्स के अफसर और तैनात सुरक्षा अधिकारी वाहन को अन्यंत्र आवाजाही स्थाने पर ले जाने की बजाय इमरजेंसी में गंभीर मरीजों की स्टेचर को हटाते नजर आए। बेहद संवेदनशील इमरजेंसी में संक्रमण और अन्य कई तरह से मरीजों को बचाने के इंतजाम के बीच पुलिस का सरकारी वाहन गुजरा। नर्सिंग अफसर की अभिरक्षा में पुलिस के वाहन को गुजारने के दौरान इमरजेंसी के मरीजों को खतरा में डाला गया, जिसको लेकर इमरजेंसी में अफरातफरी मच गई।
एम्स प्रबंधन जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार सिंह ने बताया कि उन्हें यह पता नहीं आखिर वाहन ने एम्स में कहां से प्रवेश किया और कहां से बाहर निकला। बोले, इसकी जानकारी जुटाने के बाद ही मामले में कुछ कहा जाएगा।
पुलिस एम्स चौकी प्रभारी विनेश कुमार ने बताया कि एम्स के सिक्योरिटी गार्ड ने जो रास्ता दिखाया हम उसपर चले।
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