आज कल सहकारिता विभाग के हाल कुछ इस प्रकार हैं कि मानो बिना सहकार के चल रहा है सहकारिता विभाग और जैसे जैसे सहकारिता विभाग के चुनाव नजदीक आते जाएंगे वैसे वैसे विभाग में ऐसी उठा पटक अब तेज होती जाएगी।
उत्तराखंड स्टेट कोऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष / चेयरमैन दान सिंह रावत ने सहकारिता विभाग पर गंभीर आरोप लगाए हैं, उन्होंने DOON MIRROR से खास बात चीत में बताया कि उन्हें जानबूझकर शासकीय बैठकों से दूर रखा जा रहा है, जिससे वह विभाग में हो रहे अनैतिक कार्यों का चिट्ठा बैठकों में न खोल दें।
दान सिंह ने बताया कि जहां एक तरफ केंद्रीय सहकारिता सचिव ज्ञानेश कुमार द्वारा उन्हें पत्र लिखकर उन्हें SCDC यानी स्टेट कोआपरेटिव डेवलोपमेन्ट कोऑपरेशन की बैठकों में योजनाओं की मोनेटरिंग करने व मीटिंग के एजेंडा तय करने हेतु कहा गया था। वंही दूसरी और उत्तराखंड सहकारिता विभाग द्वारा मीटिंगों में स्टेट कोऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष / चेयरमैन की बजाय MD को बुलाया गया जो कि नियमविरुद्ध है।
रावत ने आरोप लगाए की जहां एक तरफ़ सहकारिता विभाग अन्य समितियों व संस्थानों के अध्यक्ष व MD को प्रतिलिपि भेज SCDC की सूचनाएं दे रहा है वहीं उत्तराखंड स्टेट कोऑपरेटिव बैंक के सिर्फ MD को बैठकों की प्रतिलिपि भेजी जा रही है। जबकि वह भी SCDC के सदस्य हैं। दान सिंह ने बताया कि वह उत्तराखंड सहकारिता विभाग के निर्वाचित चेयरमैन / अध्यक्ष हैं, जल्द ही वह उक्त प्रकरण मुख्यमंत्री व मुख्यसचिव के समक्ष भी रखेंगे, आगामी दिनों में अगर उन्हें इसी प्रकार से बैठकों में नही बुलाया गया तो वह सम्पूर्ण निर्वाचित सहकारिता सदस्यों के साथ विभाग के खिलाफ प्रादेशिक आंदोलन करेंगे।
वंही इस प्रकरण पर DOON MIRROR ने सचिव सहकारिता बीवीआरसी पुरुषोत्तम से बात करी तो उन्होंने बताया है कि शायद किसी टाइपिंग मिस्टेक के कारण ऐसा हुआ होगा लेकिन उत्तराखंड स्टेट कोऑपरेटिव बैंक के MD को बैठक में बुलाया गया था।
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