300 करोड़ से अधिक लागत में बना था ITDA का इंटीग्रेटेड सेंटर, काम पड़ने पर खराब मिलते है उपकरण !!

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत 300 करोड़ से भी अधिक लागत में बनाया गया इंटीग्रेटेड सेन्टर के हाल इस समय बस एक आम कॉल सेन्टर जैसे हो गए हैं। ITDA हो या स्मार्ट सिटी प्रशासन सब एक दूसरे पर इस व्यवस्ता का ठीकरा फोड़ते हैं।

बता दें कि स्मार्ट सिटी के बजट से बना इंटीग्रेटेड सेंटर में 300 करोड़ से भी अधिक की लागत आयी थी, जिसमे ITDA परिसर में कंट्रोल रूम, शहर भर में CCTV कैमरा, ट्रैफिक चालान कैमरा व अन्य कुछ उपकरण लगाए गए थे। हैरत की बात यह है कि करोड़ों खर्च होने के बाद भी अधिकतर उपकरण खराब ही रहते हैं।

हाल ही में ONGC चौक पर हुए एक्सीडेंट की CCTV फुटेज देखने जब देहरादून पुलिस ITDA के कमांड सेंटर पंहुची है, तो पता चलता है कि शहर के CCTV कैमरा सायबर अटैक के बाद से खराब पड़े हुए हैं, तो कुछ अन्य कैमरों की केबल टूटी पड़ी हुई है।

सरकारी धन से करोड़ों का खर्चा करने के बाद भी जब हालात ऐसे हों तो आप सोच सकते हैं कि 300 करोड़ कहाँ ही उपयोग किये गए होंगे।

विभागीय जानकार यह भी बताते हैं कि इंटीग्रेटेड केंद्र की संपूर्ण जिम्मेदारी स्मार्ट सिटी प्रशासन की है, ITDA ने सिर्फ बिल्डिंग दी है, जिस कारण से ITDA प्रशासन इंटीग्रेटेड सेंटर में कामकाज पर कोई हस्तक्षेप नही करता है। आतिथि तक इंटीग्रेटेड सेंटर के कामकाज के लिए खत्म हो रहे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के इलावा किसी भी विभाग की जिम्मेदारी तय नही की गई है, जिससे इस तरह के प्रकरण उतपन होते हैं।