आखिरकार सरकार ने पीसीसीएफ विनोद कुमार सिंघल को वन विभाग का नया मुखिया बना दिया। मंगलवार देर रात उनको हेड ऑफ फॉरेस्ट फोर्स बनाने के आदेश शासन ने कर दिए।
इस आदेश से पूर्व विभागीय मुखिया पीसीसीएफ राजीव भर्तरी को झटका लगा है। राजीव भर्तरी को पिछली सरकार में तत्कालीन वन मंत्री हरक सिंह रावत के दबाव में विभागीय मुखिया के पद से हटा दिया गया था। उसके बाद से उनसे जूनियर बैच के आईएफएस विनोद कुमार सिंघल को विभागीय मुखिया का प्रभार दिया गया था।
इसी बीच हरक सिंह को सरकार और भाजपा से हटाने के बाद राजीव भर्तरी के दोबारा वन विभाग का मुखिया बनने की अटकलें शुरू हो गई थीं। सरकार भी काफी हद तक उनके पक्ष में हो गयी थी। लेकिन उन्होंने खुद को हटाए जाने के खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका दायर की। इससे सरकार और शासन के अधिकारी उनके खिलाफ हो गए। इसी का लाभ पीसीसीएफ विनोद सिंघल को मिला। विनोद सिंघल पिछले साल ही केंद्र से प्रतिनियुक्ति खत्म करके लौटे हैं। सिंघल लंबे समय तक पीसीबी में सदस्य सचिव रहे हैं। सरकार ने सिंघल को पीसीसीएफ लेबल 17 में पदोन्नत कर दिया है।
वहीं शासन ने एक और आईएफएस व चार एसीएफ के तबादले भी कर दिए। आईएफएस दिनकर तिवारी को भूमि संरक्षण वन प्रभाग नैनीताल से डीएफओ टिहरी डैम फर्स्ट बनाया गया है। वहीं चार एसीएफ को प्रभारी डीएफओ बनाकर नई तैनाती दी गई है। एसीएफ धनंजय प्रसाद को वन मुख्यालय से प्रभारी डीएफओ भूमि संरक्षण वन विभाग उत्तरकाशी, शिवराज चंद को प्रभारी डीएफओ भूमि संरक्षण वन प्रभाग नैनीताल, रमाकांत तिवारी को कॉर्बेट से प्रभारी डीएफओ अलकनंदा भूमि संरक्षण वन प्रभाग गोपेश्वर और डीएस मर्तोलिया को प्रभारी डीएफओ टिहरी डैम सेकंड उत्तरकाशी भेजा गया है।

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