दून में आईएफएस सुशांत पटनायक के आवास पर छापेमारी में ईडी को 94 लाख रुपये कैश मिला। यहां नगदी गिनने के लिए दो मशीनें मंगवाई गई थीं। ईडी की टीम को दस लाख रुपये की कीमत के डॉलर और कई बैंक लॉकरों की जानकारी भी हाथ लगी। लिहाजा, अब पटनायक पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है।
दरअसल, बीते रोज 17 जगह ईडी की जांच के दायरे में पटनायक का माउंट क्रेस्ट कॉलोनी स्थित बंगला भी था। यहां मंगलवार आधी रात को ही ईडी की चार सदस्यीय टीम पहुंच गई थी। टीम बुधवार रात करीब साढ़े 11 बजे तक मौके पर डटी रही। ईडी की टीम ने उनके आवास से 94 लाख रुपये कैश समेत कुछ संपत्तियों के दस्तावेज हासिल किए। कई लॉकर और बेनामी संपत्तियों की जानकारी जुटाई। पटनायक से इसका हिसाब मांगा। साथ ही, उनके संपर्क में रहने वाले लोगों से भी अचल संपत्तियों का ब्योरा जुटाया जा रहा है।
7 IFS भी ED की रेडार पर
उत्तराखंड के 7 IFS अधिकारी ED के राडार पर आ गए हैं। सूत्रों के अनुसार, ईडी को छापेमारी के दौरान एक आईएफएस अफसर के घर से कुछ अन्य आईएफएस के नामों के कुछ दस्तावेज मिले है। बता दें कि जांच एजेंसी को रेड के दौरान IFS अधिकारी और एक सीनियर ब्यूरोक्रेट से लेन देन की जानकारी व तथ्य भी मिले हैं। जिसके बाद अब जांच उस दिशा में भी बढ़ सकती है। प्राथमिक जांच इस पहलू पर भी की जा रही है कि कहीं घर में मिला कैश कहीं आगामी ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए इकट्ठा तो नही किया गया था।
वन विभाग के ही अधिकारियों की माने तो उक्त IFS के घर से मिली रकम उन्होंने कुछ दिन पूर्व हुए एक प्रकरण को दबाने के लिए घर मे इकट्ठा कर रखा हुआ था। लेकिन ऐसा न हो सका।
इसके अलावा ईडी को पूछताछ में कुछ आईएफएस के कुछ ठेकेदारों से संबंध और मोटे लेन-देन का भी पता चला है। इसके आधार पर ईडी उनकी पिछले दो तीन साल के आय व्यय का ब्योरा खंगालने में जुट गई है। विभाग से कुछ अफसरों की जानकारियां मांगी गई हैं। बताया जा रहा है कि कुछ समय में वन विभाग में लाखों-करोड़ों के घपलों से जुड़े हुए आईएफएस अफसरों की भी संपत्तियों का ब्योरा ईडी ने जुटाना शुरू कर दिया है। कुछ अफसरों के तत्कालीन वन मंत्री हरक सिंह या उनके करीबियों से लेन-देन की भी बातें ईडी की जांच में सामने आई हैं। इसके आधार पर भी ईडी इन अफसरों की वित्तीय कुंडली खंगालने में जुट गई है।
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