कॉर्बेट में कभी शिकारियों के फंदों से तो कभी विभागीय गोली से बाघ की मौत, जंगलों में हो रही घटनाओं के राज आमजन से कब तक छुपाए जाएंगे !!

कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में बाघों की मौत पर शासन गंभीर हो गया है। खासकर, कालागढ़ रेंज में शिकारियों के फंदे में फंसी बाघिन के मामले में। शासन ने इस मामले में जांच बिठा दी है।

इस मामले में मंगलवार को प्रमुख सचिव-वन आरके सुधांशु ने अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने बताया कि इस मामले में चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन समीर सिन्हा से जांच रिपोर्ट तलब की गई है। बाघिन फंदे में कैसे फंसी और इस गंभीर मामले को छुपाने के प्रयास क्यों हुए, इसकी भी रिपोर्ट मांगी गई है। अगर उक्त प्रकरण में शिकारी संलिप्त है तो यह और भी गंभीर मामला है। अब तक कॉर्बेट में कितने बाघ या हाथियों की मौत हुई, इसकी भी रिपोर्ट मांगी गई है।

बता दें कि नवम्बर 2022 में भी मरचूला बाजार में वन कर्मियों द्वारा गोली चलाने को लेकर मंदाल रेंज के स्टाफ की कार्यशैली पर सवाल भी खड़े हुए थे। उस समय भले ही स्थिति कुछ भी रही हो, लेकिन बाघों के संरक्षण के लिए अग्रणी काॅर्बेट नेशनल पार्क में बाघिन को इस तरह बिना रेस्क्यू के प्रयास के गोली मारने को उचित नही माना गया था, बता दें अब तक उक्त प्रकरण में भी किसी की जिम्मेदारी तय नही की गई है।