उत्तराखंड शासन में एक ही सेक्शन में कई वर्षों से बैठे मठाधीशों के कारनामों का आलम आज कल यह है कि प्रोमोशन, पदों में बढ़ोतरी सहित अन्य शासकीय फाइलों को आगे मूव कराने के लिए उक्त फाइलों से प्रभावित कर्मचारियों की परेड करवा रहे हैं।
ऐसे सेक्शन अधिकारियों के टेबलों पर आज कल फाइलों के चट्टे लगे हुए हैं, इन टेबलों को आजकल बैरियर टेबल भी कहा जा रहा है। जिस तरह सड़क व नाकों पर बैरियर लगाकर चुगान / टैक्स वसूला जाता है वैसे ही स्तिथि आज कल इन बैरियर टेबलों की हो रखी है।
हैरत की बात यह है कि इन बैरियर टेबलों पर कमान संभाले कुछ अधिकारी कई वर्षों से एक ही कुर्सी पर काबिज है और एक अधिकारी तो इसमें ऐसा भी है जो हर बार ट्रांसफर हो जाने पर रो-धो कर अपनी कुर्सी बचाने में कामयाब भी हो जाता है।
वंही ऐसी प्रथा चलने के कारण मुख्य सचिव के आदेशों की अवहेलना भी हो रही है। पूर्व में CS द्वारा दिए गए आदेश के अनुसार किसी भी टेबल पर कोई भी फ़ाइल ज्यादा दिन लंबित नही रहनी चाहिए। लेकिन इसके उलट प्रोमोशन व सर्विस संबंधित फाइलों को न जाने क्यों इन बैरियर टेबलों पर रोका जा रहा है। शासन के उच्च अधिकारियों को इस प्रकरण पर तुरंत एक्शन लेते हुए महत्वपूर्ण सेक्शनों की कमान मठाधीशों से वापस लेकर नए काबिल अधिकारियों को देनी चाहिए।
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