राफ्टिंग का शौक रखने वालों के लिए अच्छी खबर, मुनिकीरेती छेत्र में फिर शुरू हुई राफ्टिंग !!

गंगा में रिवर राफ्टिंग के शौक रखने वाले पर्यटकों के लिए अच्छी खबर है। तकनीकी समिति की रिपोर्ट के बाद पर्यटन विभाग ने गंगा में राफ्टिंग की अनुमति जारी कर दी है।

शनिवार से गंगा के कौडियाला-मुनिकीरेती इको टूरिज्म जोन में गंगा की लहरों पर साहस, और जुनून से भरा राफ्टिंग का रोमांच शुरू हो गया है।

हर साल मानसून काल में 30 जून से गंगा में राफ्टिंग की गतिविधि को सुरक्षा की दृष्टि से रोक दिया जाता है।

जिसके बाद एक सितंबर या इसके बाद गंगा में राफ्टिंग के अनुकूल जल स्तर होने के बाद राफ्टिंग को अनुमति दी जाती है।

इस वर्ष सितंबर माह के पहले सप्ताह में पर्वतीय क्षेत्रों में वर्षा होने के कारण गंगा का जलस्तर राफ्टिंग के अनुकूल नहीं बन पाया था। जिससे गंगा में राफ्टिंग का सत्र आरंभ नहीं हो पाया था

रिवर राफ्टिंग के लिए गठित तकनीकी समिति ने कुछ दिन पूर्व ही कौडियाला-मुनिकीरेती ईको टूरिज्म जोन में मरीन ड्राइव राफ्टिंग प्वाइंट से खारास्रोत मुनिकीरेती तक गंगा की रेकी कर राफ्टिंग की संभावनाओं का जायजा लिया था।

तकनीकी समिति ने अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी व पर्यटन विभाग को सौंपी थी। जिसके बाद शुक्रवार को पर्यटन विभाग की ओर से गंगा में राफ्टिंग की अनुमति जारी की गई।

अभी ब्रह्मपुरी से ही होगी राफ्टिंग

  • गंगा में रिवर राफ्टिंग का नया सत्र भले ही आरंभ हो गया है। मगर, अभी सिर्फ ब्रह्मपुरी से ही पर्यटक राफ्टिंग का लुत्फ उठा सकते हैं।
  • कौडियाला-मुनिकीरेती इको टूरिजम जोन में राफ्टिंग के लिए चार स्थान तय हैं।
  • जिनमें मरीन ड्राइव से मुनिकीरेती (24 किमी), शिवपुरी से मुनिकीरेती (16 किमी), क्लब हाउस से मुनिकीरेती (12 किमी) तथा ब्रह्मपुरी से मुनिकीरेती (10 किमी) के जोन शामिल हैं। लेकिन अभी सिर्फ ब्रह्मपुरी से मुनिकीरेती के बीच राफ्टिंग की गतिविधि संचालित करने को हरी झंडी मिल पाई है। गंगा का जलस्तर कम होने के बाद क्लब हाउस, शिवपुरी तथा मरीन ड्राइव से राफ्टिंग को अनुमति मिल पाएगी।