स्वर्णिम विजय वर्ष समारोह की श्रृंखला में 5 ग्रेनेडिएर्स द्वारा आयोजित किया गया स्वर्णिम पराक्रम वर्ष कार्यक्रम

1971 में भारत की जीत के 50 साल के स्वर्णिम विजय वर्ष समारोह की श्रृंखला में ग्रेनेडिएर्स के कर्नल ओफ़ द रेजिमेंट के मार्गदर्शन में ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट की ओर से 5 ग्रेनेडियर्स द्वारा स्वर्णिम पराक्रम वर्ष कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

5 ग्रेनेडियर्स ने देहरादून में रहने वाले ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट के बहादुर सैनिक और वीर नारियों का स्वागत किया, जिन्होंने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में अपना महत्त्वपूर्ण योगदान दिया और भारतीय सेना का डंका बजाया।

भारत-पाकिस्तान युद्ध 03 दिसंबर 1971 को शुरू हुआ और 16 दिसंबर 1971 तक चला जिसमें भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान सेना पर एक शानदार और ऐतिहासिक जीत हासिल की, जिसके कारण बांग्लादेश के नए राष्ट्र का निर्माण हुआ और विश्व के बाद पारंपरिक युद्ध के इतिहास में सबसे बड़ा सैन्य आत्मसमर्पण हुआ।

लेफ्टिनेंट जनरल शक्ति गुरुंग (सेवानिवृत), PVSM, UYSM, AVSM, VSM और कमांडिंग ऑफिसर, 5 GRENADIERS ने ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट के वयोवृद्ध सैनिक और वीर नारियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।मुख्य अतिथि के रूप में जनरल शक्ति गुरुंग ने सभा को संबोधित किया और उल्लेख किया कि प्रत्येक भारतीय है उन शहीदों के सर्वोच्च बलिदान का ऋणी हैं जिनकी वजह से 1971 के युद्ध में देश की ऐतिहासिक जीत संभव हुई।

उन्होंने इस ऐतिहासिक युद्घ में ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट के योगदान के बारे में भी बताया कि किस प्रकार इस महान रेजिमेंट की 15 बटालियनों ने इस लड़ाई में दुश्मन को धूल चटाई और। इस लड़ाई में ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट के मेजर होशियार सिंह को देश के सर्वोच्च सैन्य सम्मान परम वीर चक्र से भी नवाजा गया।

इस कार्यक्रम में श्रीमती लक्ष्मी देवी, माननीय सूबेदार रोशन लाल (स्वर्गीय) (3 ग्रेनेडियर्स)की धर्मपत्नी, सुबेदार मोहिंदर सिंह ढडवा (रिटायर्ड) (14 ग्रेनेडियर्स) और माननीय नायब सूबेदार गजपाल सिंह (5 एवं 20 ग्रेनेडियर्स)शामिल थे, जो 1971 के युद्ध का हिस्सा थे।

कार्यक्रम में ग्रेनेडियर्स रेजीमेंट की तरफ से एक लघु फिल्म दिखाई गई और इस अवसर को चिह्नित करने के लिए ग्रेनेडियर्स के योगदान का संक्षिप्त इतिहास प्रस्तुत किया गया। साथ ही रेजिमेंट के कर्नल ऑफ द रेजिमेंट लेफ्टिनेंट तथा अन्य पैट्रन की ओर से संदेश भी प्रसारित किया गया। कार्यक्रम का समापन ग्रेनेडियर्स गीत, राष्ट्रगान और “भारत माता की जय” के उदघोष साथ हुआ।