मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में इन दिनों पुलिस विभाग धरातल पर पुलिसिंग को और शसक्त करने में जुटा हुआ है। इस क्रम में कैबिनेट के फैसले के बाद गृह विभाग ने भी आदेश जारी कर दिए हैं। यह निर्णय नवीन BNS, साइबर क्राइम जांचों, पर्यटन ड्यूटी व प्रदेश में बढ़ते क्राइम के मध्यनजर लिया गया है।
आदेश के अनुसार प्रदेश के 58 थानों को उच्चीकृत कर कोतवाली (SHO) में तब्दील कर दिया गया है। साथ ही साथ इन थानों के 58 थानाध्यक्ष के पदों को भी निरीक्षक/ इंस्पेक्टर पद उच्चीकृत कर दिया है।
SSP के विवेक पर निर्भर है तैनाती
निम्न 58 उच्चीकृत कोतवाली में दरोगा ही तैनात रहेंगे या निरीक्षक इसको फिलहाल जनपदों के कप्तानों के विवेक पर ही छोड़ा जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार अभी सिर्फ नाम परिवर्तित ही किए जाएंगे। जल्द ही पदोन्नति के सापेक्ष इन नवीन कोतवालियों में उपलब्धता के आधार पर निरीक्षकों की तैनाती हो सकेंगी।
यह 58 थाने हुए उच्चीकृत


पुलिस मुख्यालय ने शुरू की पदोन्नति की तैयारी
दरोगाओं के पद उच्चीकृत होने से अब निरीक्षकों के 58 पद रिक्त हो गए हैं जिस क्रम में अब पुलिस मुख्यालय सीनियरिटी के आधार पर 58 दरोगाओं को इंस्पेक्टर के पद पर पदोन्नति करने जा रहा है। बता दें कि 58 पदों से अतिरिक्त भी 1 से 2 पद फिलहाल रिक्त पड़े हैं। वहीं बात करें अगले चयन वर्ष की तो कुछ निरीक्षकों के उपाधीक्षक पद पर पदोन्नति होने के उपरांत भी 9 से 10 पद और रिक्त हो जाएंगे। साथ ही साथ ANTF एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स, साइबर थाने एवं अन्यों में नए पद सृजित हो जाने से भी जल्द निरीक्षक स्तर के 5 से 6 पद बढ़ रहे हैं। मोटा मोटा अनुमान लगाया जाए तो इस बार के व अगले बार के चयन वर्ष की रिक्ति का आंकड़ा मिलाकर कुल रिक्त पदों की संख्या 75 के इर्दगिर्द रहेगी।
अभिसूचना व PAC के भी पद बढ़ेंगे
नागरिक पुलिस के साथ साथ अब अभिसूचना एवं PAC में भी निरीक्षकों के पद बढ़ाए जाने पर विचार चल रहा है।जानकारी के अनुसार अभिसूचना विभाग में भी इंस्पेक्टर के 18 पद बढ़ाए जाने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। जिसपर भी जल्द कैबिनेट की मुहर लग सकती है। वहीं CISF की तर्ज पर प्रदेश की अपनी SISF (स्टेट इंडस्ट्री सिक्योरिटी फोर्स) के घटन के उपरांत आने वाले दिनों में भी PAC / रिजर्व पुलिस के भी पदों में इजाफा होने जा रहा है।

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