फर्जी स्थायी निवास प्रमाण पत्र प्रकरण में अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सख्त रवैया का असर दिखने लगा है, डोईवाला के जौलीग्रांट निवासी फिरोज खान पुत्र सलीम खान के खिलाफ डोईवाला कोतवाली में फर्जी दस्तावेज के जरिए स्थायी निवास प्रमाण पत्र बनवाने पर मुकदमा दर्ज किया गया है। डोईवाला उपजिलाधिकारी अपर्णा ढौंडियाल ने बताया कि जांच में आरोपी का स्थायी निवास प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया, जिसे निरस्त कर दिया गया है। कहा कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।
डोईवाला कोतवाल ने बताया कि आरोपी ने तथ्यों को छिपाकर और अभिलेखों में छेड़छाड़ करके फर्जी तरीके से स्थायी निवास प्रमाण पत्र 28 जनवरी 2023 को तहसील डोईवाला से बनाया था। राजस्व उप निरीक्षक मंजू द्वारा आरोपी के खिलाफ डोईवाला कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई है और आरोपी द्वारा गलत तरीके से बनवाया गया स्थायी निवास प्रमाण पत्र को तहसील डोईवाला द्वारा निरस्त कर दिया गया है।
वहीं आरोपी के खिलाफ फर्जी तरीके से धोखाधड़ी और कूट रचित रूप से अनुचित लाभ लेने के उद्देश्य से बनवाया गया स्थायी निवास प्रमाण पत्र को निरस्त करने के बाद आरोपी के खिलाफ डोईवाला कोतवाली में 231/ 24 धारा 420/ 467/ 468/ 471 धाराओं में मामला पंजीकृत किया गया है। वहीं डोईवाला उपजिलाधिकारी अपर्णा ढौंडियाल ने बताया कि जांच में आरोपी का स्थायी निवास प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया, जिसे निरस्त कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि अन्य कोई फर्जी प्रमाण पत्र ना हो कागजातों की जांच भी की जा रही है।
बता दें कि जिला प्रशासन देहरादून अभी अन्य कुछ और स्थायी प्रमाण पत्रों की गोपनीय जांच कर रहा है, जांच में दोषी पाए जाने वाले अन्य के खिलाफ भी इस तरह की कार्यवाही की जाएगी। वंही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उक्त फर्जी स्थाई निवास प्रमाण बनाने वाले अधिकारियों की सूची सहित रिपोर्ट भी अपने कार्यालय में मंगाई है। माना जा रहा है कि जल्द ही एक से दो तत्कालीन अधिकारियों पर गाज भी गिराई जा सकती है जिनके कार्यकाल में यह फर्जी स्थाई निवास प्रमाण पत्र बनाये गए थे।
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