आखिरकार 6 साल बाद फिर उत्तराखंड से खुलने जा रही कैलास मानसरोवर यात्रा, पहली बार बॉर्डर तक जाएगी यात्रियों के वाहन, कुमाऊँ परिक्षेत्र में बढ़ेगी पर्यटक गतिविधियां !!

केंद्र सरकार ने कैलास मानसरोवर तीर्थयात्रियों के लिए भारत में प्रवेश और निकासी के लिए लिपुलेख ला (गुंजी, उत्तराखंड) को अस्थायी रूप से अधिकृत इमिग्रेशन चौकियां नामित किया गया है। उक्त विषय को लेकर कुछ माह पूर्व ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिलकर वार्ता करी थी।

बता दें कि विदेश मंत्रालय हर वर्ष जून से सितंबर के बीच कैलास मानसरोवर यात्रा का आयोजन करता है, जो दो मार्गों (लिपुलेख पास और नाथू ला पास) से होती है।

इस बार की यात्रा कोविड महामारी व भारत-चीन सीमा विवाद के बाद पहली बार आयोजित की जा रही है व पहली बार बॉर्डर तक नवीन सड़क बनने के कारण यात्रियों के वाहन बॉर्डर के समीप तक जा पाएंगे। पूर्व में यात्रियों को कई किलोमीटर पैदल चल कर अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर तक आना पड़ता था। 

जानकारी के लिए बता दें कि यात्रा के लिए श्रद्धालुओं को विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर आनलाइन पंजीकरण कराना होता है। विदेश मंत्रालय से अनुमति मिलने के बाद ही यात्रा शुरू की सकती है। उत्तराखंड में यात्रा का संचालन कुमाऊं मंडल विकास निगम करेगा।

यह यात्रा दिल्ली से प्रारंभ होकर पिथौरागढ़ के लिपुलेख पास मार्ग से संचालित की जाएगी। यात्रा में 50-50 यात्रियों के कुल पांच दल जाएंगे। कैलाश मानसरोवर यात्रा करने वाला पहला दल 10 जुलाई को लिपुलेख पास से होते हुए चीन में प्रवेश करेगा। अंतिम यात्रा दल 22 अगस्त को चीन से भारत के लिए प्रस्थान करेगा।

प्रत्येक दल दिल्ली से प्रस्थान कर टनकपुर, धारचूला में एक-एक रात, गुंजी व नाभीढांग में दो रात रुकने के बाद (तकलाकोट) चीन में प्रवेश करेगा। कैलाश दर्शन के बाद वापसी में चीन से प्रस्थान कर बूंदी, चौकोड़ी, अल्मोड़ा में एक-एक रात रुकने के बाद दिल्ली पहुंचेगा।

प्रत्येक दल की 22 दिनों की यात्रा की जाएगी। यात्रा करने वाले सभी यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण दिल्ली में किया जाएगा। इसके बाद पिथौरागढ़ के गुंजी पहुंचने पर आईटीबीपी के सहयोग से स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड में कैलाश मानसरोवर यात्रा के पुनः संचालन होने से जनपद पिथौरागढ़ व जनपद अल्मोड़ा में पर्यटन गतिविधियां के तेजी आएगी व आदि कैलाश, गूंजी, ओम पर्वत व्यू पॉइंट जैसे स्थानों पर भी पर्यटकों की संख्या बढ़ने का अनुमान है।

DOON MIRROR से खास बात में IG कुमाऊं रिधिम अग्रवाल ने बताया कि गुंजी तक यात्रा को सुरक्षित, सरल व सहज बनाने के लिए KMVN व ITBP के साथ समन्वय बनाकर कार्य किये जाएंगे व जल्द ही पुलिस रेंज कुमाऊं के स्तर पर बैठक आहूत करके यात्रा की रूप रेखा बना ली जाएगी।