दून शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए करीब 10 हजार करोड़ की दो बड़ी परियोजनाओं का खाका तैयार हो गया है। रिस्पना-बिंदाल नदी के ऊपर करीब 26 किमी एलिवेटेड सड़क बनाने के लिए फिजिबिलिटी सर्वे का काम आखिरी चरण में है। वहीं शहर के चारों ओर रिंग रोड के एलाइनमेंट का काम पूरा हो गया है।
रिस्पना और बिंदाल एलिवेटेड रोड परियोजना पर पांच हजार करोड़ रुपये का खर्च होने का अनुमान है। 31 दिसंबर तक इसका फाइनल डिजाइन तैयार हो जाएगा। लोनिवि प्रांतीय खंड की देखरेख में यह काम हो रहा है। दूसरी योजना शहर के चारों तरफ रिंग रोड बनाने से जुड़ी है, जिस पर एनएचएआई काम कर रही है। इसके तहत आशारोड़ी से झाझरा तक पहले चरण में भूमि अधिग्रहण का काम शुरू हो गया है।
इस क्षेत्र में फोरलेन सड़क बननी है। इसके लिए 350 करोड़ रुपये मिल चुके हैं। पूरी योजना पर पांच हजार करोड़ रुपये खर्च होने हैं, बाकी क्षेत्र में एक्सप्रेस-वे की तर्ज पर छह लेन रिंग रोड बनाने के लिए समरेखण का काम भी पूरा हो गया है।
रिस्पना पर यहां बनेगी सड़क
रिस्पना नदी पर रिस्पना पुल के पास एलिवेटेड सड़क शुरू होगी, जो राजीवनगर चौक, चूनाभट्टा, आईटी पार्क होते हुए नागलसेतू तक जाएगी। इस सड़क की कुल लंबाई 10.50 किलोमीटर होगी।
बिंदाल पर यहां बनेगी रोड
बिंदाल नदी पर आईएसबीटी के पास से एलिवेटेड रोड शुरू होगी। यहां से लालपुल चौक, कांवली पुल, बिंदाल तिराहे से मैक्स अस्पताल तक पहुंचेगी। इस सड़क की कुल लंबाई 15 किलोमीटर होगी।
यह होंगे फायदे
एलिवेटेड सड़क और रिंग रोड के कई फायदे होंगे। राजधानी बनने के बाद शहर की आबादी बढ़ती जा रही है। ऐसे में सड़कों पर वाहनों का दबाव बढ़ता जा रहा है। जाम की समस्या चुनौती बन गई है। इन दो योजनाओं में से यदि एक भी योजना धरातल पर उतरी तो जाम की समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी। मसूरी आने वाले पर्यटक सीधे बाहर से ही मसूरी जा सकेंगे, उनको शहर में घुसने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
शहर के चारों तरफ रिंग रोड
रिंग रोड आशारोड़ी से शुरू होगी और झाझरा जाएगी। यहां से शहर के चारों ओर घूमकर आशारोड़ी में मिलेगी। झाझरा तक भूमि अधिग्रहण शुरू है। बाकी क्षेत्र को एनएचएआई ने 3 विकल्प देकर समरेखण किया है। पहली सड़क 40, दूसरी 55 और तीसरी 70 किमी की होगी। जिसको मंजूरी मिलेगी, उसी पर काम शुरू होगा।

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