साइबर ठगी के नित नए तरीके सामने आ रहे हैं। ठगों ने अब कॉल मर्जिंग के जरिए साइबर ठगी का तरीका निकाला है। इससे बचाव को लेकर यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) और साइबर अपराध थाना देहरादून पुलिस ने अलर्ट जारी किया है।
साइबर अपराध थाना देहरादून के डिप्टी एसपी अंकुश मिश्रा ने बताया कि साइबर ठगी का यह बिल्कुल नया तरीका है। इसमें पहले साइबर ठग अपने नंबर से किसी व्यक्ति को कॉल करते हैं। उसकी टीम जिस नंबर पर कॉल किया जाता है उससे ई-वॉलट एक्टिवेट या व्हाटसऐप अकाउंट एक्टिवेट करने की प्रक्रिया अपने पास शुरू कर देती है। फोन पर बात कर रहा व्यक्ति झांसे में लेता है कि उनके किसी परिचित ने नंबर दिया है। जिससे वह बात कराने वाला है या कोई नया पोडकास्ट बनाने या ऑफर मिलने का झांसा देते हैं।
झांसा दिया कि इसके लिए उन्हें वेटिंग में कॉल आने वाली है। जिसका उत्तर देते हुए पहले से चल रही कॉल में मर्ज (कॉन्फ्रेंस कॉल) कर लें। उनके नंबर से ई वॉलट या व्हाट्सऐप एक्टिवेट करने में लगी टीम ओटीपी पर पहुंचकर वहां मैसेज के बजाय कॉल के जरिए ओटीपी भेजे जाने का विकल्प चुनती है। ओटीपी बताने के लिए आई कॉल को व्यक्ति पहले बताए अनुसार कॉल समझकर मर्ज कर देता है। इससे साइबर ठग ओटीपी सुन लेते हैं। ओटीपी पाकर उन्हें जो एप से एक्टिवेट करनी होती है, वह कर लेते हैं। फिर इसके बाद संबंधित नंबर से जुड़े बैंक खाते खाली कर दिए जाते हैं। साइबर ठग इसके जरिए काफी निजी जानकारी भी चुरा रहे है।

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