मुख्यमंत्री धामी ने कसें स्मार्ट सिटी अधिकारियों के पेंच, जब जनता से लेकर मेयर-विधायक तक हैं परेशान फिर किसके लिए बन रही यह स्मार्ट सिटी !!

दून स्मार्ट सिटी के कामों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अफसरों को कसते हुए दो टूक कहा कि गुणवत्ता में खामी मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सभी काम तय समय पर पूरे करने होंगे। यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि आमजन का पैसा जनहित में ही सही प्लानिंग से इस्तेमाल किया जाए। सभी विभाग और कार्यदायी संस्थाएं भी समन्वय बनाकर काम करें। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के तहत जो काम होने हैं, वे आने वाले 50 साल की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए कराए जाएं।

वंही मेयर सुनील उनियाल गामा ने दून स्मार्ट सिटी के कामों पर एक बार फिर नाराजगी जताई। उन्होंने सीएम पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखकर स्मार्ट सिटी के सभी कामों की वित्तीय जांच की मांग उठाई। साथ ही, ठेकेदारों पर कड़ी कार्रवाई का अनुरोध भी किया। उन्होंने कहा कि उज्जवल शहर की परिकल्पना के बीच स्मार्ट सिटी के गैर जिम्मेदार ठेकेदारों ने न केवल दून के भविष्य को अंधकार में धकेला, बल्कि जनभावनाओं से खिलवाड़ करने में भी कोई कमी नहीं छोड़ी।

मेयर ने सीएम को लिखे पत्र में कहा कि स्मार्ट सिटी के काम तीन साल से चल रहे हैं। ठेकेदारों की लापरवाही के चलते यही काम जनता के लिए सिरदर्द बन गए। बेतरतीब खुदी सड़कें हों या सड़कों पर गड्ढे या फिर टूटी पाइप लाइनें, सब इसकी गवाही दे रहे हैं।

दूसरी ओर रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ परेड ग्राउंड पर चल रहे निर्माण कार्यों पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड हाईकोर्ट के आदेशों का भी उल्लंघन कर रही है। जबकि हाईकोर्ट ने कहा था कि परेड ग्राउंड और रेंजर ग्राउंड को उसके मूल स्वरूप पर ही रहने दिया जाए उसमें कोई छेड़छाड़ नहीं की जाए, तब भी परेड ग्राउंड में निर्माण किया गया है।

समीक्षा बैठक में विधायक उमेश शर्मा काऊ ने यह भी कहा कि जब उन्होंने एक बैठक में परेड ग्राउंड समेत अन्य कार्य को लेकर आपत्ति जताई तो उन्हें स्मार्ट सिटी बैठकों में आमंत्रित करना बंद कर दिया गया।

इस अवसर पर दून स्मार्ट सिटी लिमिटेड की सीईओ एवं डीएम सोनिका ने कहा कि स्मार्ट सिटी के काम जून 2023 तक पूरे करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि जिन 26 परियोजनाओं पर काम होना था, उनमें से 10 परियोजना पूरी हो चुकी हैं। चार परियोजनाओं पर अधिकांश काम पूरा करा लिया गया है। जबकि, 12 प्रोजेक्ट पर इन दिनों काम करवाया जा रहा है।