राजधानी देहरादून में अपर जिलाधिकारी की जिम्मेदारी संभाल रहे रामजी शरण शर्मा को आचार संहिता के बीच उनके पद से हटाया गया है। निर्वाचन आयोग के निर्देशों के क्रम में उन्हें उनकी जिम्मेदारी से हटाया गया है। दरअसल, रामजी शरण शर्मा पर काम में हीला हवाली करने की शिकायतें निर्वाचन को दी गई थी। इसी शिकायत के आधार पर उन्हें चुनावी प्रक्रिया के बीच फौरन हटाए जाने के निर्देश जारी हुए हैं। निर्वाचन आयोग के निर्देशों के एक दिन बाद ही देहरादून जिलाधिकारी सोनिका ने भी उन्हें फौरन उनके पद से कार्य मुक्त करने के आदेश जारी कर दिया है।
जानकारी के अनुसार जिलाधिकारी देहरादून सोनिका ने निर्वाचन आयोग को अपर जिलाधिकारी रामजी शरण शर्मा द्वारा निर्वाचन ड्यूटी में ठीक से काम नहीं करने की शिकायत मिली थी। इसी शिकायत के आधार पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने भारत निर्वाचन आयोग को इस शिकायत को फॉरवर्ड किया था। इसके बाद भारत निर्वाचन आयोग ने रामजी शरण शर्मा को उनके पद से हटाने के निर्देश दिए। खबर यह भी है कि निर्वाचन आयोग ने न केवल अपर जिलाधिकारी रामजी शरण शर्मा को उनके पद से हटाने के निर्देश जारी किए हैं बल्कि उन पर विभागीय कार्रवाई करने की बात भी कही गई है।
काम में लापरवाही को लेकर जिलाधिकारी की यह शिकायत मुख्य निर्वाचन अधिकारी को मिली थी। इसके बाद से ही इस पर कागजी कार्यवाही को आगे बढ़ाया जा रहा था। शायद यही कारण है कि मतगणना से ठीक पहले राजधानी देहरादून के अपर जिलाधिकारी को अचानक हटाने के निर्देश के बाद फौरन उन्हें कार्य मुक्त भी कर दिया गया। बताया गया कि निर्वाचन ड्यूटी में लापरवाही के अलावा जिलाधिकारी के निर्देशों का विभिन्न कार्यों को लेकर अनुपालन नहीं करने की भी शिकायत दी गई थी।
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