वन मुख्यालय से कुछ जरूरी फाइलें और गोपनीय दस्तावेज गायब कर दिए गए हैं या फिर हो गए हैं।
इनमें विभाग की अहम जानकारी व महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट शामिल हैं। यह खुलासा विभाग में नए मुखिया की तैनाती के बाद हुआ है। इस मामले की जांच को CCF HRD निशांत वर्मा ने विभागीय कमेटी गठित कर दी है। मुख्यालय के सभी कार्यालयों में इन फाइलों की तलाश की जा रही है।
दरअसल, मुख्यालय में सीसीएफ वनाग्नि निशांत वर्मा के पास सीसीएफ मानव संसाधन का भी अहम चार्ज है। ऐसे में उनके दफ्तर में वनाग्नि के साथ कर्मचारियों से जुड़ी तमाम जरूरी फाइलें भी रहती हैं। गुरुवार से उनके दफ्तर से कुछ जरूरी फाइलें गायब हैं।
सूत्रों के अनुसार, इन फाइलों में पिरूल से कोयला बनाने के प्रोजेक्ट, वनाग्नि के बजट, कर्मचारियों से जुड़ी जानकारियों के साथ विभिन्न विभागीय प्रस्ताव और लेन-देने के दस्तावेज हैं। इन फाइलों में जो जानकारियां और डाटा है, वह थर्ड पार्टी के लिए फायदेमंद हो सकता है। अंदेशा जताया जा रहा है कि ये फाइलें गायब करने में कुछ विभागीय कर्मचारी शामिल हो सकते हैं जिनकी निगरानी की जा रही है।
बता दें कि वन महकमे में तमाम अधिकारियों की नजर अक्सर वनाग्नि के बजट पर रहती है, फारेस्ट फायर सीजन में ही बजट की फ़ाइल गायब हो जाना कईयों को यह बात हजम नहीं हो पा रही है। चर्चा यह भी है कि इस बार फायर वॉचर की तैनाती में कुछ अनिमिताएँ भी हुई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस मामले में निशांत वर्मा ने अपना पक्ष रखकर कहा है कि, “फाइलें गायब हैं। वन मुख्यालय के 14-15 दफ्तर हैं। हो सकता है उनमें से किसी में गलती से ये फाइलें चली गई हों। तलाश जारी है। मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के लिए कमेटी बना दी है। अगर फाइलें मुख्यालय में नहीं मिलती हैं तो इस मामले में एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी।”
Editor