जिला सहकारी बैंक, देहरादून के अध्यक्ष अमित शाह ने नोटबंदी के दौरान सभी जिला सहकारी बैँकों व समितियों में जमा व निकासी की गंभीरता से जांच करने की मांग उठाई है।
इसके अलावा उन्होंने विभागीय मंत्री डा. धन सिंह रावत से कांग्रेस के शासनकाल में बैंकों में की गईं भर्तियों की जांच कराने की मांग की है।
अमित शाह की ओर से भेजे गए पत्र में कहा गया है कि जिला सहकारी बैंकों में चतुर्थ श्रेणी भर्ती प्रक्रिया मानकों के अनुरूप है। जांच कमेटी के अधीन जांच भी गतिमान है, लेकिन कांग्रेस अपनी आपसी लड़ाई को छुपाने के लिए कमेटी की रिपोर्ट की प्रतीक्षा नहीं कर पा रही हैं। कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान बैंकों में विभिन्न पदों पर हुई भर्तियां जांच का विषय हैं।
काँग्रेस सरकार के दौरान हरिद्वार जिले में हुईं
सहकारी बैंक भर्ती घोटाला सबसे बड़ा उदाहरण है। उन्होंने
विभागीय मंत्री डा. धन सिंह रावत से आग्रह किया है कि वर्तमान भर्ती की निष्पक्ष जांच के साथ कांग्रेस सरकार के दौरान की ग़ईं सभी नियुक्तियों की जांच के लिए भी कमेटी गठित की जाए।
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान डीसीबी घाटे में चल रही थी, लेकिन बीते पांच वर्षों में डीसीबी घाटे से उबरकर लाभ की संस्था बन चुकी है। इस वित्तीय वर्ष में सभी जिला सहकारी बैंकों व राज्य सहकारी बैंक का लाभांश 50 करौड़ से अधिक है।
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